
- बिहार के बगहा में किसान को मारने वाले और वनकर्मी पर हमला करने वाले खूंखार बाघ को पकड़ लिया गया है.
- इस ऑपरेशन को अंजाम देने में 100 लोगों की टीम पिछले करीब 20 घंटे से जुटी थी. उसे 20 फुट दूर से बेहोश किया गया.
- 12 साल का यह नर बाघ नेपाल से भटककर आ गया था. अब इसे इलाज के लिए पटना जू भेजा जा रहा है.
बिहार के बगहा में किसान की जान लेने वाले और वनकर्मी पर हमला करने वाले खूंखार बाघ को आखिरकार काबू कर लिया गया है. इस ऑपरेशन को अंजाम देने में 100 लोगों की टीम पिछले करीब 20 घंटे से जुटी हुई थी. एक खेत में बाघ नजर आने के बाद, उसे लगभग 20 फुट की दूरी से ट्रैंकुलाइज करके बेहोश किया गया. 12 साल के इस नर बाघ को अब देखभाल और इलाज के लिए पटना जैविक उद्यान भेजा जा रहा है.
किसान को मारा, वनकर्मी को दबोचा
यह बाघ नेपाल से भटककर भारत में आ गया था. एक दिन पहले इस बाघ ने धान के खेत में काम कर रहे किसान मथुरा महतो को अपना निवाला बनाया था. वनकर्मियों की टीम जब बाघ को ढूंढने और किसान की बॉडी लाने खेत की तरफ गई तो झाड़ियों में घात लगाए बैठे बाघ ने एक वनकर्मी को दबोच लिया. साथी को बाघ के जबड़े में फंसा देकर उसके सहयोगी लाठी-डंडे लेकर बाघ पर टूट पड़े और साथी को मौत के मुंह से बचाया. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल है.
100 लोगों की टीम ने खाक छानी
बगहा में बाघ के हमले के बाद से ही पूरे इलाके में दहशत का मौहाल बन गया. लोगों ने अपने खेतों में आना-जाना बंद कर दिया था. इसकी जानकारी मिलने पर वन विभाग के अधिकारियों ने किसी भी तरह बाघ को पकड़ने का प्लान बनाया. इसके लिए करीब 100 लोगों की टीम को काम पर लगाया गया. वनकर्मियों की टीम ने बाघ की तलाश में कई जगहों की खाक छानी.
20 फुट दूर से निशाना लगा किया बेहोश
वनकर्मियों की टीम मंगलवार सुबह 6 बजे से ही बाघ के रेस्क्यू में लगी थी. सुबह करीब 10 बजे बाघ को गन्ने के एक खेत में छिपा हुआ देखा गया. उसे ट्रैप करके ट्रैंकुलाइज शूटर ने करीब 20 फीट दूर से निशाना लगाकर उसे बेहोश कर दिया. बाघ को सुरक्षित पकड़ने के बाद उसे जांच के लिए वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के मंगुराहा केंद्र लाया गया. उसे पहले नहलाया गया. उसके बाद उसका इलाज शुरू किया गया.
नेपाल से भटककर आया था बाघ
वन अधिकारियों के अनुसार, ये बाघ नेपाल के चितवन नेशनल पार्क के माड़ी जंगल से आया था. बताया जा रहा है कि शिकार और खाना-पानी की तलाश में यह बाघ नेपाल से बिहार के वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (VTR) इलाके में आ गया था.
पटना चिड़ियाघर में होगा इलाज
वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, करीब 20 घंटे की मशक्कत के बाद खूंखार बाघ को पकड़ने के बाद उसे पटना के संजय गांधी जैविक उद्यान भेजा जा रहा है, जहां उसकी देखभाल करने के साथ-साथ इलाज भी किया जाएगा.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं