बेगूसराय में बाइक सवार युवकों द्वारा सीरियल फायरिंग और हत्या की घटना के बाद बिहार में सियासत जोरों पर है. विपक्ष ने एक तरफ सरकार पर कानून व्यवस्था ध्वस्त होने का आरोप लगाया है, तो वहीं सत्ता पक्ष ने बीजेपी पर राजनीति करने और अपराधियों को बचाने का आरोप मढ़ा है. राष्ट्रीय जनता दल के उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा कि जिनके इशारे पर उस घटना को अंजाम दिया गया है, वे अति बेचैन नजर आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि ध्यान भटकाने के लिए इस घटना को आतंकवादी घटना बताया जा रहा है.
शिवानंद तिवारी ने कहा, "भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को बेगूसराय गोलीकांड के अपराधियों को बचाने की इतनी बेचैनी क्यों है! जिन लोगों ने गोली चलायी, उन लोगों ने अपना चेहरा नहीं छुपाया. चेहरा खुला रखकर उन्होंने उस दुःसाहस पूर्ण घटना को अंजाम दिया. लगभग चालीस मिनट तक उस व्यस्त सड़क पर लोगों को गोली मारते अपराधी घूमते रहे. एक गरीब आदमी की हत्या तक हो गई. बाक़ी लोग घायल हुए."
उन्होंने कहा, "इस तरह का साहस कोई साधारण अपराधी नहीं कर सकता है. इसलिए जिनके इशारे पर उस घटना को अंजाम दिया गया है, वे अति बेचैन नजर आ रहे हैं. ध्यान भटकाने के लिए इस घटना को आतंकवादी घटना बताया जा रहा है. दुनिया में कहीं भी आतंकवादियों ने इस तरह की किसी भी घटना को अंजाम नहीं दिया है."
आरजेडी उपाध्यक्ष ने कहा, "बेगूसराय कांड के अभियुक्तों के चेहरे की कई तस्वीर अलग-अलग कैमरे में आई है. अखबारों ने भी उनकी तस्वीरों को छापा है. जिनको संदेह है कि सरकार असली अपराधी को छुपा रही है, वे गिरफ़्तार अपराधियों के चेहरे का मिलान कर सत्यता की जांच कर ले सकते हैं."
पूर्व सांसद ने कहा, "मैं तो सरकार से अनुरोध करूंगा कि अपने विरोधियों के स्वास्थ्य की भी उसे चिंता करनी चाहिए. अब तो रांची भेजने का झंझट भी ख़त्म हो गया है. हर तरह के मानसिक रोग की जांच पड़ताल की आधुनिक सुविधाओं से लैस मानसिक आरोग्य शाला कोइलवर में ही खुल गया है. इसलिए जो लोग बेगूसराय इलाके की आपराधिक घटना को आतंकवादी घटना बता रहे हैं, उन्हें तत्काल कोईलवर अस्पताल भर्ती कराकर उपचार कराया जाए."
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