विज्ञापन
This Article is From Aug 23, 2017

यह मोदी सरकार है, राजीव गांधी की नहीं : ट्रिपल तलाक पर फैसले को लेकर बोले रविशंकर प्रसाद

प्रसाद ने कहा- 1985 में राजीव गांधी की कांग्रेस सरकार ने शाह बानो मामले में मुस्लिम महिलाओं के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट के आदेश को निरस्त करने वाला कानून लाने के लिए अपने बहुमत का इस्तेमाल किया था

यह मोदी सरकार है, राजीव गांधी की नहीं : ट्रिपल तलाक पर फैसले को लेकर बोले रविशंकर प्रसाद
रविशंकर प्रसाद ने तीन तलाक के सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर शाह बानो केस में कांग्रेस के रुख पर सवाल खड़े किए हैं.
नई दिल्ली: बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट के तीन तलाक को असंवैधानिक घोषित करने के फैसले को एक "ऐतिहासिक निर्णय" बताया. उन्होंने मुस्लिम महिलाओं के पक्ष को सुप्रीम कोर्ट में प्रभावी तरीके से प्रस्तुत करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार के प्रयासों की सराहना की.

शाह ने कहा, "यह नए भारत की शुरुआत है."उन्होंने यह भी कहा कि "यह निर्णय किसी की जीत या हार नहीं है. यह मुस्लिम महिलाओं के मूल संवैधानिक अधिकारों और समानता के साथ जीने के अधिकारों की जीत है."

प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, "ट्रिपल तलाक को लेकर माननीय सुप्रीम कोर्ट का फैसला ऐतिहासिक है. यह मुस्लिम महिलाओं को समानता देता है और महिला सशक्तिकरण के लिए एक शक्तिशाली उपाय है."

यह भी पढ़ें : सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला, तीन तलाक अवैध घोषित

अदालत में प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ने तीन तलाक के खिलाफ याचिका दायर करने वाली महिलाओं का समर्थन किया था. सरकार का कहना है कि पुरुषों द्वारा सिर्फ तीन बार तलाक बोलने से तलाक हो जाना असंवैधानिक और महिलाओं के प्रति अपमानजनक है.

यह भी पढ़ें : तीन तलाक: शाह बानो से शायरा बानो तक, करोड़ों मुस्लिम महिलाओं के लिए बनीं नजीर

सार्वजनिक भाषणों में प्रधानमंत्री मोदी कहते रहे हैं कि मुस्लिम महिलाओं के लिए न्याय सुनिश्चित करना सरकार और देश के लोगों की जिम्मेदारी है. पीएम ने पिछले हफ्ते लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस के संबोधन में भी यह बात दोहराई थी, "मैं उन बहनों की सराहना करता हूं जिन्होंने इस आंदोलन को शुरू किया है, जो ट्रिपल तलाक के खिलाफ लड़ रही हैं और मुझे पूरा भरोसा है कि देश इस संघर्ष में उनकी मदद करेगा."

यह भी पढ़ें : दुनिया के 22 देशों में बैन है तीन तलाक, पाकिस्तान से जुड़ा है दिलचस्प किस्सा

केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मंगलवार को कहा कि "मुझे नरेंद्र मोदी जी पर गर्व है. वे तीन तलाक की पीड़ितों के पीछे दृढ़ता से खड़े हैं. मैं यह भी कहना चाहता हूं कि यह नरेंद्र मोदी सरकार है, राजीव गांधी सरकार नहीं." उन्होंने कहा कि 1985 में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की कांग्रेस सरकार के दौर में शाह बानो मामले में सरकार ने मुस्लिम महिलाओं की गुहार पर सुप्रीम कोर्ट  द्वारा जारी आदेश को निरस्त करने वाला कानून लाने के लिए अपने बहुमत का इस्तेमाल किया था. यह विपक्ष के कड़े विरोध के बावजूद किया गया था. तब प्रभावशाली मुस्लिम नेताओं ने कहा था कि अदालत का फैसला मुस्लिम कानून के खिलाफ था.

यह भी पढ़ें : तीन तलाक: मुस्लिम संगठनों ने SC के फैसले को मुस्लिम महिलाओं की जीत करार दिया

कांग्रेस ने रविशंकर प्रसाद के कथन पर कोई जवाब नहीं दिया. कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह भारत में मुस्लिम महिलाओं के समान अधिकारों के लिए एक प्रगतिशील, धर्मनिरपेक्ष निर्णय है." राजीव गांधी के पुत्र व कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया, "तीन तलाक पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत है. मैं उन महिलाओं को बधाई देता हूं जिन्होंने न्याय के लिए लड़ाई लड़ी.

गौरतलब है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के वकील हैं. बोर्ड ने सुप्रीम कोर्ट में तीन तलाक का विरोध किया था. कपिल सिब्बल ने कोर्ट से कहा था कि मुस्लिम लॉ के तहत तीन तलाक विश्वास की बात है. इसमें न्यायाधीशों को हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा था कि तीन तलाक का प्रचलन गलत है, लेकिन कानूनी है.

VIDEO : तीन तलाक पर फैसला


मंगलवार को, सिब्बल ने कोर्ट के फैसले का स्वागत किया और कहा कि यह एक कोई झटका नहीं है. सिब्बल ने कहा, "हम फैसले का स्वागत करते हैं, यह व्यक्तिगत कानूनों की सुरक्षा करता है और साथ ही ट्रिपल तलाक के प्रचलन को नाकाम कर देता है."

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com