
मुख्य निर्वाचन आयुकत (सीईसी) राजीव कुमार ने शनिवार को कहा कि कुछ लोगों का काम ही संदेह पैदा करना है और जोर देते हुए दावा किया कि आयोग में ऐसी मजबूत प्रणालियां हैं जिनसे सुनिश्चित होता है कि कोई त्रुटि न हो. वह मौजूदा लोकसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत पर जताये जा रहे संदेह से जुड़े एक सवाल का जवाब दे रहे थे.
► उनकी टिप्पणी ऐसे दिन आई, जब निर्वाचन आयोग ने सात चरणों में हो रहे लोकसभा चुनाव के शुरूआती पांच चरणों में डाले गए वोट की संख्या पर स्वयं लोकसभा क्षेत्र-वार आंकड़ा जारी किया.
► मतदान के ये आंकड़े, बूथ-वार मतदान का आंकड़ा आयोग की वेबसाइट पर अपलोड करने के लिए एक गैर सरकारी संगठन की याचिका पर उसे निर्देश जारी करने से उच्चतम न्यायालय के इनकार करने के एक दिन बाद जारी किये गए.
► निर्वाचन आयोग ने कहा कि इसने प्रत्येक संसदीय क्षेत्र में डाले गए वोट की संपूर्ण संख्या को शामिल करने के लिए मतदान डेटा के प्रारूप को और विस्तारित करने का निर्णय लिया है.
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन ये संदेह क्यों पैदा हुए, कैसे पैदा हुए और इसका हमारे मतदान और माहौल पर कितना नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, हमारी पूरी ऊर्जा कैसे भटक जाती है, ये हम एक दिन देश को जरूर बताएंगे.''
शीर्ष अदालत ने शुक्रवार को उस याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें आयोग को अपनी वेबसाइट पर ‘फॉर्म 17सी' अपलोड करने का निर्देश देने का आग्रह किया गया था. इस फॉर्म में प्रत्येक मतदान केंद्र पर डाले गए वोट का रिकॉर्ड होता है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं