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This Article is From Jun 29, 2021

दिल्ली में 43 डिग्री पर पहुंचा पारा, मानसून की देरी के बीच सीजन में पहली झेलने पड़े लू के थपेड़े

Delhi Weather Today : उमस भरी गर्मी के बीच मंगलवार को सीजन में पहली बार दिल्लीवासियों को लू के थपेड़े झेलने पड़े. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग का कहना है कि मानसून में देरी के कारण कुछ दिन और भीषण गर्मी राजधानी के लोगों को झेलनी पड़ सकती है. 

दिल्ली में 43 डिग्री पर पहुंचा पारा, मानसून की देरी के बीच सीजन में पहली झेलने पड़े लू के थपेड़े
Delhi Weather Today : दिल्ली में अगले कुछ दिनों मौसम शुष्क रहने का अनुमान
नई दिल्ली:

Delhi First Heat Wave : मानसून की बेईमानी के बीच दिल्ली में पारा 43 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है. उमस भरी गर्मी के बीच मंगलवार को सीजन में पहली बार दिल्लीवासियों को लू के थपेड़े झेलने पड़े. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग का कहना है कि मानसून में देरी के कारण कुछ दिन और भीषण गर्मी राजधानी के लोगों को झेलनी पड़ सकती है. मौसम विभाग का कहना है कि पश्चिमी हवाएं मानसून को दिल्ली की ओर बढ़ने से रोक रही हैं. दिल्ली में मंगलवार को इस साल पबली बार सफदरजंग आर्ब्जवेटरी में तापमान 43 डिग्री सेल्सियस आंका गया. लोधी रोड, रिज एवं पूसा इलाकों में तापमान क्रमश 42.6 डिग्री तक पहुंच गया. यह औसत तापमान से 7 डिग्री तक अधिक है.

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नजफगढ़ में 44.4 डिग्री, पीतमपुरा में 44.3 डिग्री और मंगेशपुर में पारा 44.3 डिग्री तक चढ़ गया. इससे चले लू के थपेड़ों ने लोगों को बुरी तरह परेशान किया. मैदानी इलाकों में जब अधिकतम तापमान 40 डिग्री से ज्यादा और सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस ऊपर रहता है तो उसे हीट वेव माना जाता है. भीषण लू यानी सीवियर हीटवेव तब होती है, जब पारा सामान्य तापमान से 6.5 डिग्री तक ऊपर चला जाता है. 

सामान्य तौर पर राजधानी दिल्ली में 20 जून तक ही भीषण गर्मी का प्रकोप रहता है, लेकिन इस बार देर तक गर्मी पड़ने के कारण मानसून के आगमन में देरी हो सकती है. आईएमडी के क्षेत्रीय प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने यह जानकारी दी. मौसम विभाग के अनुसार दक्षिण-पश्चिम मानसून अपने सामान्य समय से दो सप्ताह पहले पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर में पहुंच गया है, लेकिन दिल्ली सहित उत्तर भारतीय मैदानी इलाकों में इसका पहुंचना अभी बाकी है. दक्षिण-पश्चिम मानसून की उत्तरी सीमा बाड़मेर, भीलवाड़ा, धौलपुर, अलीगढ़, मेरठ, अंबाला और अमृतसर से होकर गुजर रही है.

केरल में दो दिन की देरी से पहुंचने के बाद, मानसून सामान्य से सात से 10 दिन पहले पूर्वी, मध्य और आसपास के उत्तर-पश्चिम भारत को कवर करते हुए पूरे देश में आ गया था. मौसम विभाग ने पहले अनुमान जताया था कि मानसून 12 दिन पहले यानी 15 जून तक दिल्ली पहुंच सकता है.

 हालांकि, पछुआ हवाएं दिल्ली, उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा में इसको आगे बढ़ने को रोक रही हैं. आमतौर पर मानसून 27 जून तक दिल्ली पहुंच जाता है और आठ जुलाई तक पूरे देश में आ जाता है. पिछले साल मानसून 25 जून को दिल्ली पहुंच गया था और 29 जून तक पूरे देश में आ गया था.

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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