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This Article is From Jun 04, 2020

तूफान के कारण नहीं पहुंच सका परिवार, तब इस हवलदार ने खून देकर बचाई 14 साल की बच्ची की जान

Lockdown: मुंबई के हिंदुजा अस्पताल में भर्ती 14 साल की सनाफातिम खान की ओपेन हार्ट सर्ज़री के लिए A+ ग्रुप के खून की जरूरत हवलदार आकाश गायकवाड़ ने पूरी की

तूफान के कारण नहीं पहुंच सका परिवार, तब इस हवलदार ने खून देकर बचाई 14 साल की बच्ची की जान
प्रतीकात्मक फोटो.
मुंबई:

मुंबई के ताड़देव पुलिस थाने के एक हवलदार ने बुधवार को हिंदुजा अस्पताल में 14 साल की एक लड़की को अपना खून देकर अनोखा जज़्बा दिखाया. लड़की की जान बचाने के लिए खून की जरूरत थी और मुंबई में निसर्ग तूफान (Nisarga cyclone) और कोरोना वायरस (Coronavirus) के चलते लॉकडाउन (Lockdown) के कारण उसके परिवार का कोई सदस्य अस्पताल नहीं पहुंच पाया. ऐसे में वहां मौजूद हवलदार आकाश गायकवाड़ ने उसे अपना खून दिया.

मुंबई के हिंदुजा अस्पताल में भर्ती 14 साल की सनाफातिम खान की ओपेन हार्ट सर्ज़री के लिए A+ ग्रुप के खून की जरूरत थी. लेकिन निसर्ग तूफान और कोरोना महामारी की वजह से उसके घर का कोई भी सदस्य वहां नहीं पहुंच पाया. इस हालत में अस्पताल में ड्यूटी पर मौजूद हवलदार आकाश गायकवाड़ ने खुद अपना खून देकर उसकी जान बचाई.

आकाश गायकवाड़ के सेवा भाव के बारे में पता चलने पर गृहमंत्री अनिल देशमुख ने उसको फोन करके उसका अभिनंदन किया. 

गौरतलब है कि भोपाल में भी बुधवार को आररपीएफ के जवान इंदर यादव ने एक चार माह की बच्ची को ट्रेन में दूध उपलब्ध कराकर आदर्श उदाहरण पेश किया था. बहराइच की रहने वालीं साफिया हाशमी दुधमुंही बेटी को लेकर बेलगांव से चली थीं लेकिन रास्ते में उन्हें कहीं दूध नहीं मिला. भोपाल में इंदर ने उनकी मदद की. भोपाल स्टेशन पर इंदर यादव की तस्वीर सीसीटीवी कैमरों में कैद हुई जो भरोसा जगाए रखने वाली है. आरपीएफ के इस जवान ने एक दुधमुंही भूखी बच्ची को दूध देने के लिए जबर्दस्त मशक्कत की थी.   

बेलगांव से गोरखपुर जा रही श्रमिक स्पेशल ट्रेन में सवार एक मां को अपनी तीन माह की बेटी के लिए दूध नहीं मिला. किसी तरह बिस्किट को पानी में घोलकर उसकी भूख शांत करती रहीं लेकिन दुधमुंही बच्ची बिलख रही थी. भोपाल स्टेशन पर परेशान महिला साफिया हाशमी की गुहार आरपीएफ के जवान इंदर ने सुनी लेकिन जब तक वे दूध लाते ट्रेन रवाना हो चुकी थी. इंदर ने एक हाथ से राइफल संभाली दूसरे में दूध की बोतल, दौड़ लगाई और चलती ट्रेन में दूध के लिए रो रही बच्ची की भूख शांत हुई.

घर पहुंचकर एक वीडियो जारी कर साफिया ने कहा ''हम बहराइच के रहने वाले हैं, हम बेलगांव से चले थे लेकिन रास्ते में मुझे कहीं दूध नहीं मिला. भोपाल में इंदर यादव जी ने मदद की. उनका बहुत-बहुत शुक्रिया. जो मैसेज उन्होंने इंदर यादव को भेजा उसमें लिखा था आप हमारी लाइफ के रियल हीरो हैं और आप जैसे लोगों की देश में बहुत जरूरत है. आपने  ट्रेन रवाना होने से पहले बच्ची की मदद की. आपकी मदद से ही मेरी बच्ची मेरे साथ सकुशल घर लौट सकी है.''

VIDEO : इंसानियत की खातिर की मदद

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