तेलंगाना के CM की बेटी के कविता पूछताछ के लिए ED दफ्तर पहुंचीं, दिल्‍ली शराब नीति मामले में हैं आरोपी

के कविता पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर पहुंच गई हैं. प्रवर्तन निदेशालय कथित शराब घोटाले में आज दूसरी बार के कविता से पूछताछ कर रहा है. इससे पहले उनसे इस मामले में एक बार 9 घंटे तक पूछताछ हो चुकी है.

तेलंगाना के CM की बेटी के कविता पूछताछ के लिए ED दफ्तर पहुंचीं, दिल्‍ली शराब नीति मामले में हैं आरोपी

ईडी ने 16 मार्च को भी के कविता को पूछताछ के लिए नोटिस दिया था, लेकिन...

नई दिल्‍ली:

तेलंगाना के मुख्‍यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी के कविता पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ED) के दफ्तर पहुंच गई हैं. प्रवर्तन निदेशालय कथित शराब घोटाले में आज दूसरी बार के कविता से पूछताछ कर रहा है. इससे पहले उनसे इस मामले में एक बार 9 घंटे तक पूछताछ हो चुकी है. ईडी ने 16 मार्च को भी के कविता को पूछताछ के लिए नोटिस दिया था, लेकिन वो नहीं आईं. इस बीच वह सुप्रीम कोर्ट चली गई और ईडी के नोटिस को अवैध करार देने की मांग की. उन्होंने ये भी कहा कि एक महिला होने के नाते उनसे घर में पूछताछ हो उन्हें ईडी दफ्तर न बुलाया जाए. सुप्रीम कोर्ट ने ईडी से उनकी पूछताछ पर फिलहाल रोक लगाने से मना कर दिया था. इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट 22 मार्च को सुनवाई करेगा.

ईडी ने सीबीआई की एफआई का संज्ञान लेने के बाद पिछले अगस्त में मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था. इस मामले में के कविता को साउथ लिकर लॉबी का हिस्सा माना जाता है. के कविता से पूछताछ ऐसे समय में हो रही है, जब ईडी दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और के कविता के कथित बिजनेस पार्टनर अरुण रामचंद्र पिल्लई को हिरासत में ले चुका है. अरुण रामचंद्र पिल्लई ने अब दावा किया है कि वह अपने बयान से मुकरना चाहते हैं, जो नवंबर-दिसंबर 2022 के बीच ईडी ने दर्ज किया था. 

आज क्या होगा
के कविता को इंडोस्पिरिट्स के बैंक स्टेटमेंट और शेयरों के दस्तावेजों के साथ सामना कराया जा सकता है. दिल्ली हैदराबाद में हुई बैठकों के बारे में पूछताछ होगी. साउथ ग्रुप का जो एक फाइव स्टार होटल में रुका था, उसकी जानकारी ली जाएगी और फोटोकॉपी ड्राफ्ट एक्साइज पॉलिसी के बारे में पूछताछ होगी. कुछ आरोपियों के फोन में ड्राफ्ट एक्साइज पॉलिसी कैसे थी. गिरफ्तार आरोपियों के बयान से सामना कराया जाएगा. ईडी ने अपनी अभियोजन शिकायत में आरोप लगाया है कि कैसे कविता ने अपने सहयोगी अरुण रामचंद्र पिल्लई के माध्यम से शराब निर्माता इंडोस्पिरिट्स के शेयरों को चोरी-छिपे खरीदा था. के कविता ने कथित तौर पर इंडोस्पिरिट्स के 65% शेयरों को नियंत्रित किया. बाद में इंडोस्पिरिट्स ने रिटेल कारोबार में एंट्री की, इस तरह दक्षिण समूह ने 32 में से 9 खुदरा रिटेल जोन को नियंत्रित किया. ईडी ने अदालत में कई बार कहा कि सिसोदिया ने प्रॉफिट मार्जिन को 5% से बढ़ाकर 12% करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.

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अब तक क्‍या हुआ...
इससे पहले के कविता से सीबीआई इसी आबकारी घोटाले में पूछताछ कर चुकी है. ये पूछताछ हैदराबाद में उनके आवास पर पिछले साल दिसंबर महीने के हुई थी. इस मामले में CBI ने के. कविता के पूर्व ऑडिटर बुच्ची बाबू को गिरफ्तार किया था. आरोप है कि कतिथ शराब नीति में साउथ ग्रुप (यानी दक्षिणी भारत के शराब कारोबारियो) की एंट्री में के. कविथा का भी रोल था. इनके अलावा इस साउथ ग्रुप के बाकि सदस्य थे- अभिषेक बोइनपल्ली, पी सरथ रेड्डी, बेनोय बाबू, मुगन्ता एस रेड्डी का बेटा राघव रेड्डी. मनीष सिसोदिया की रिमांड कॉपी में के कविता के रोल को भी बताया गया है. इसके मुताबिक, साउथ लॉबी में सरथ रेड्डी, मगुंता रेड्डी, राघव मगुनता और के कविता थे, जिन्हें अरुण  पिल्लई, अभिषेक बोनिपल्ली और बुच्ची बाबू रिप्रेजेंट कर रहे थे.
इसके बाद नई पालिसी में होलसेलर के मार्जिन को 6 परसेंट से 12 परसेंट कर दिया गया और रिटेलर को 185% मार्जिन के  साथ नई आबकारी नीति को लाया गया. ऐसा माना जाता है कि 12 परसेंट में से 6 परसेंट पैसा काले धन के रूप में आम आदमी पार्टी के नेताओ तक जाना तय किया गया. इसके लिए साउथ ग्रुप ने 100 करोड़ रुपये एडवांस किकबैक विजय नायर को दिए. विजय नायर ही आम आदमी पार्टी की तरफ से सब कुछ संभाल रहा था. इसके बदले में साथ ही समीर महेन्द्रू की इंडोस्प्रिट में साउथ लॉबी को 65 परसेंट हिस्सेदारी दे दी गयी. इंडोस्प्रिट पर होल सेल की ज़िम्मेदारी थी. इंडोस्प्रिट के जरिये इन सभी को शराब के मैन्युफैक्चरर होने के बावजूद रिटेल बिज़नेस में एंट्री मिली. आरोप है कि के. कविथा साउथ के उसी ग्रुप का हिस्सा थी, जिसने 100 करोड़ रुपये की रिश्वत दिनेश अरोड़ा के जरिये विजय नायर को दी थी.