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निशाना बनाने की आदत... भारत ने ट्रंप को 6 प्‍वाइंट्स में जवाब देकर अमेरिका को दिखाया आईना 

अमेरिका को दिए जवाब में भारत ने कहा है कि रूस से तेल खरीदना शुरू किया था क्‍योंकि यूक्रेन संघर्ष के बाद पारंपरिक सप्‍लाई को यूरोप की तरफ मोड़ दिया गया था.

  • भारत ने कहा कि रूस से तेल आयात पारंपरिक सप्लाई में बदलाव के कारण जरूरी था और अमेरिका ने इसे प्रोत्साहित किया.
  • भारत का मकसद उपभोक्ताओं के लिए किफायती ऊर्जा सुनिश्चित करना है जबकि आलोचक देश रूस के साथ व्यापार कर रहे हैं.
  • ईयू का रूस के साथ वस्त्र और सेवाओं का व्यापार भारत के मुकाबले ज्‍यादा है. एलएनजी आयात भी रिकॉर्ड स्तर.
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नई दिल्‍ली:

अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप के टैरिफ वाली धमकी पर भारत ने जवाब दिया है. भारतीय विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि अमेरिका और यूरोपियन यूनियन (ईयू) रूस से तेल आयात करने पर भारत को निशाना बनाते आए हैं. यह जवाब ट्रंप की उस नई धमकी के बाद दिया है जिसमें उन्‍होंने कहा है कि भारत को हर हाल में टैरिफ अदा करना होगा. अमेरिकी राष्‍ट्रपति ने पिछले दिनों भारत पर टैरिफ 25 फीसदी करने का ऐलान किया है.

एक-एक जवाब में बताई हकीकत 

विदेश मंत्रालय सोमवार शाम तक ट्रंप की नई धमकी का जवाब दिया और बता दिया कि जो लोग उस पर उंगली उठा रहे हैं, वो असल में खुद कितने पानी में हैं. भारत की तरफ से जो जवाब दिया गया है, वह 6 प्‍वाइंट्स में है- 

1: भारत ने रूस से तेल खरीदना शुरू किया था क्‍योंकि यूक्रेन संघर्ष के बाद पारंपरिक सप्‍लाई को यूरोप की तरफ मोड़ दिया गया था. उस समय अमेरिका ने ग्‍लोबल एनर्जी मार्केट की स्थिरता को मजबूत करने के लिए भारत के इस तरह के आयात को सक्रिय रूप से प्रोत्साहित किया था. 

2: भारत के आयात का मकसद भारतीय उपभोक्ताओं के लिए अनुमानित और किफायती ऊर्जा लागत सुनिश्चित करना है. ग्‍लोबल मार्केट की स्थिति के चलते यह एक अनिवार्य आवश्यकता है.  जो देश भारत की आलोचना कर रहे हैं वो खुद रूस के साथ बिजनेस कर रहे हैं. हमारे मामले के विपरीत, उनका बिजनेस कोई मजबूरी नहीं है. 

3: ईयू का रूस के साथ वस्तुओं का द्विपक्षीय व्यापार 67.5 अरब यूरो था. इसके अलावा, 2023 में सेवाओं का व्यापार 17.2 अरब यूरो होने का अनुमान है. यह उस साल या उसके बाद रूस के साथ भारत के कुल व्यापार से काफी ज्‍यादा है. 2024 में यूरोपीय एलएनजी का आयात रिकॉर्ड 16.5 मिलियन टन तक पहुंच गया, जो 2022 के 15.21 मिलियन टन के पिछले रिकॉर्ड को पार कर गया. 

4. यूरोप-रूस व्यापार में न केवल ऊर्जा, बल्कि उर्वरक, खनन उत्पाद, रसायन, लोहा और इस्पात, मशीनरी और परिवहन उपकरण भी शामिल हैं. 

5. जहां तक अमेरिका का सवाल है, तो वह अपने परमाणु उद्योग के लिए रूस से यूरेनियम हेक्साफ्लोराइड, अपनी इलेक्ट्रिक व्‍हीकल इंडस्‍ट्री के लिए पैलेडियम, उर्वरक और रसायन आयात करता रहता है. 

6. इस संदर्भ में भारत को निशाना बनाना अनुचित और अविवेकपूर्ण है. किसी भी प्रमुख अर्थव्यवस्था की तरह, भारत अपने राष्ट्रीय हितों और आर्थिक सुरक्षा की रक्षा के लिए सभी आवश्यक उपाय करेगा.  

क्‍या कहा है डोनाल्‍ड ट्रंप ने 

ट्रंप ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा है, 'भारत न केवल भारी मात्रा में रूसी तेल खरीद रहा है, बल्कि खरीदे गए अधिकांश तेल को खुले बाजार में बड़े मुनाफे पर बेच रहा है.' ट्रंप ने आगे कहा, 'उन्हें इस बात की परवाह नहीं है कि यूक्रेन में रूसी युद्ध मशीन द्वारा कितने लोग मारे जा रहे हैं. इस वजह से, मैं भारत द्वारा अमेरिका को दिए जाने वाले टैरिफ में काफी वृद्धि करूंगा.' 

भारत को हर हाल में अदा करना होगा भारी टैरिफ, रूस से तेल खरीदने पर ट्रंप की धमकी

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