भारत ने कहा कि रूस से तेल आयात पारंपरिक सप्लाई में बदलाव के कारण जरूरी था और अमेरिका ने इसे प्रोत्साहित किया. भारत का मकसद उपभोक्ताओं के लिए किफायती ऊर्जा सुनिश्चित करना है जबकि आलोचक देश रूस के साथ व्यापार कर रहे हैं. ईयू का रूस के साथ वस्त्र और सेवाओं का व्यापार भारत के मुकाबले ज्यादा है. एलएनजी आयात भी रिकॉर्ड स्तर.