डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की फाइल फोटो
नई दिल्ली:
सरकार भारतीय जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी के कोलकाता स्थित घर को संरक्षित करने और इसे म्यूजियम में बदलने के एक प्रस्ताव पर काम कर रही है।
केंद्रीय संस्कृति मंत्री महेश शर्मा ने यह जानकारी देते हुए कहा, 'हम श्यामा प्रसाद मुखर्जी के कोलकाता स्थित आवास को संरक्षित करने की कोशिश कर रहे हैं... हम उस आवास को संरक्षित करेंगे और उसे संग्रहालय बनाएंगे। उन्होंने देश के लिए बहुत काम किए हैं।'
उन्होंने कहा, 'अभी यह प्रस्ताव के चरण में है, लेकिन हमने अभी यह तय नहीं किया है कि इस पर कैसे आगे बढ़ना है।' मुखर्जी ने 1951 में दिल्ली में भारतीय जनसंघ की स्थापना की थी और इसके पहले अध्यक्ष बने थे।
मुखर्जी का बयान ऐसे समय में आया है जब सरकार ने गांधी स्मृति और नेहरू मेमोरियल संग्रहालय सहित संस्कृति मंत्रालय के तहत आने वाली 39 संस्थाओं में बड़ा बदलाव लाने का प्रस्ताव किया है। इन बदलावों के तहत मोदी सरकार के कामकाज को भी इन संस्थाओं में जगह दी जाएगी। कांग्रेस ने इस कदम को 'द्वेषपूर्ण' करार दिया है।
इस बीच, संस्कृति मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि मंत्रालय सुभाष चंद्र बोस, चंद्रशेखर आजाद और भगत सिंह सहित पांच महान हस्तियों की स्मृतियों को आने वाली पीढ़ियों के लिए सहेजने के लिए इनके स्मारक बनाने पर विचार कर रही है। सूत्रों ने बताया कि ये स्मारक दिल्ली में बनाए जा सकते हैं।
केंद्रीय संस्कृति मंत्री महेश शर्मा ने यह जानकारी देते हुए कहा, 'हम श्यामा प्रसाद मुखर्जी के कोलकाता स्थित आवास को संरक्षित करने की कोशिश कर रहे हैं... हम उस आवास को संरक्षित करेंगे और उसे संग्रहालय बनाएंगे। उन्होंने देश के लिए बहुत काम किए हैं।'
उन्होंने कहा, 'अभी यह प्रस्ताव के चरण में है, लेकिन हमने अभी यह तय नहीं किया है कि इस पर कैसे आगे बढ़ना है।' मुखर्जी ने 1951 में दिल्ली में भारतीय जनसंघ की स्थापना की थी और इसके पहले अध्यक्ष बने थे।
मुखर्जी का बयान ऐसे समय में आया है जब सरकार ने गांधी स्मृति और नेहरू मेमोरियल संग्रहालय सहित संस्कृति मंत्रालय के तहत आने वाली 39 संस्थाओं में बड़ा बदलाव लाने का प्रस्ताव किया है। इन बदलावों के तहत मोदी सरकार के कामकाज को भी इन संस्थाओं में जगह दी जाएगी। कांग्रेस ने इस कदम को 'द्वेषपूर्ण' करार दिया है।
इस बीच, संस्कृति मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि मंत्रालय सुभाष चंद्र बोस, चंद्रशेखर आजाद और भगत सिंह सहित पांच महान हस्तियों की स्मृतियों को आने वाली पीढ़ियों के लिए सहेजने के लिए इनके स्मारक बनाने पर विचार कर रही है। सूत्रों ने बताया कि ये स्मारक दिल्ली में बनाए जा सकते हैं।
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