सुषमा स्वराज (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
'ललितगेट' पर अपने इस्तीफ़े की मांग को लेकर मंगलवार को सुषमा ने पलटवार की कोशिश की। बताया कि एक कांग्रेसी नेता उन पर कोल ब्लॉक घोटाले के आरोपी संतोष बागरोडिया के डिप्लोमैटिक पासपोर्ट के लिए उन पर दबाव डाल रहे थे। कांग्रेस ने पूछा- इससे ललितगेट का बचाव कैसे हो सकता है?
ललितगेट में संसद से सड़क तक हमले झेल रही विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सोशल मीडिया के ज़रिए जवाबी हमला किया। ट्वीट कर बताया कि कांग्रेसी नेता भी दाग़ियों के लिए मदद मांगते रहे हैं। उन्होंने लिखा, 'कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता मुझ पर कोयला घोटाले में आरोपी संतोष बागरोडिया को डिप्लोमेटिक पासपोर्ट जारी करने के लिए दबाव डाल रहे थे। मैं उस कांग्रेसी नेता का नाम सदन में सार्वजनिक करूंगी।'
संतोष बागरोडिया राज्यसभा में सांसद रहे और कोयला राज्य मंत्री रहे। लंबे समय तक टीवी चैनलों पर कांग्रेस का पक्ष रखते रहे। कोयला घोटाले में आरोपी बनने के बाद से ख़ामोश हैं। लेकिन कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक संतोष बागरोडिया भगोड़े नहीं हैं; डिप्लोमेटिक पासपोर्ट के लिए आवेदन नाजायज़ नहीं है; विदेश मंत्री ने उनकी अर्ज़ी ख़ारिज कर दी और मंत्रालय छोड़ने के बाद वो एक बार विदेश जा चुके हैं।
कांग्रेस का कहना है, ललित मोदी और संतोष बागरोडिया की तुलना नहीं की जा सकती। आनंद शर्मा ने कहा, 'भारत के किसी नागरिक द्वारा पासपोर्ट के लिए आवेदन देना और किसी भगोड़े को पासपोर्ट दिलवाने में बहुत फर्क है। ये बयान उनकी हताशा बयान करता है।' जबकि कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा, 'सुषमा स्कूल के बच्चे की तरह बर्ताव कर रही है, जो ग़लती जब पकड़ा जाता है तो कहता है कि दूसरे ने भी ग़लती की।'
ललित गेट और व्यापमं घोटाले पर संसद में जारी हंगामे के बीच सुषमा के ट्वीट ने इस मसले पर राजनीतिक गतिरोध और गहरा गया है। कांग्रेस मंत्रियों के इस्तीफे पर अड़ी है...और बीजेपी कांग्रेस पर पलटवार की रणनीति तैयार कर चुकी है...अब सत्ता पक्ष और विपक्ष के तीखे तेवरों से साफ है कि ये गतिरोध जल्दी खत्म नहीं होने वाला।
ललितगेट में संसद से सड़क तक हमले झेल रही विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सोशल मीडिया के ज़रिए जवाबी हमला किया। ट्वीट कर बताया कि कांग्रेसी नेता भी दाग़ियों के लिए मदद मांगते रहे हैं। उन्होंने लिखा, 'कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता मुझ पर कोयला घोटाले में आरोपी संतोष बागरोडिया को डिप्लोमेटिक पासपोर्ट जारी करने के लिए दबाव डाल रहे थे। मैं उस कांग्रेसी नेता का नाम सदन में सार्वजनिक करूंगी।'
A senior Congress leader was pressing me hard to give diplomatic passport to the Coal Scam accused Santosh Bagrodia.@ANI_news
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) July 22, 2015
पार्टी खुलकर उनके साथ खड़ी दिखी। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने एनडीटीवी से कहा, 'चरचा होगी तो (कांग्रेस के नेता के) नाम का खुलासा होगा। किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा।'I will disclose name of the leader on the floor of the House.@imTejasBarot
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) July 22, 2015
संतोष बागरोडिया राज्यसभा में सांसद रहे और कोयला राज्य मंत्री रहे। लंबे समय तक टीवी चैनलों पर कांग्रेस का पक्ष रखते रहे। कोयला घोटाले में आरोपी बनने के बाद से ख़ामोश हैं। लेकिन कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक संतोष बागरोडिया भगोड़े नहीं हैं; डिप्लोमेटिक पासपोर्ट के लिए आवेदन नाजायज़ नहीं है; विदेश मंत्री ने उनकी अर्ज़ी ख़ारिज कर दी और मंत्रालय छोड़ने के बाद वो एक बार विदेश जा चुके हैं।
कांग्रेस का कहना है, ललित मोदी और संतोष बागरोडिया की तुलना नहीं की जा सकती। आनंद शर्मा ने कहा, 'भारत के किसी नागरिक द्वारा पासपोर्ट के लिए आवेदन देना और किसी भगोड़े को पासपोर्ट दिलवाने में बहुत फर्क है। ये बयान उनकी हताशा बयान करता है।' जबकि कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा, 'सुषमा स्कूल के बच्चे की तरह बर्ताव कर रही है, जो ग़लती जब पकड़ा जाता है तो कहता है कि दूसरे ने भी ग़लती की।'
ललित गेट और व्यापमं घोटाले पर संसद में जारी हंगामे के बीच सुषमा के ट्वीट ने इस मसले पर राजनीतिक गतिरोध और गहरा गया है। कांग्रेस मंत्रियों के इस्तीफे पर अड़ी है...और बीजेपी कांग्रेस पर पलटवार की रणनीति तैयार कर चुकी है...अब सत्ता पक्ष और विपक्ष के तीखे तेवरों से साफ है कि ये गतिरोध जल्दी खत्म नहीं होने वाला।
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