Cyclone Amphan का मतलब आकाश है.
नई दिल्ली:
कोरोना वायरस से जूझ रहे देश के सामने सुपर साइक्लोन अम्फान बड़ी चुनौती बनकर खड़ा हो गया है. यह तूफान महाचक्रवात का है जो कल पश्चिम बंगाल से टकराएगा. एनडीआरएफ की 53 टीमें राहत और बचाव के लिए तैनात कर दी गई हैं. इसके साथ ओडिशा और पश्चिम बंगाल में सभी ट्रेनों का परिचालन रोकने के लिए कह दिया गया है. इसके साथ ही सड़कों पर भी हर तरह की आवाजाही रोकने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं. मछुआरों को भी समुद्र के किनारे न जाने की हिदायत दी गई है.
10 बड़ी बातें
- अमेरिकी एजेंसी नासा के मुताबिक महाचक्रवात अम्फान की तीव्रता हरीकेन के श्रेणी-5 स्तर की है. नासा के सैटेलाइट जो कि भारतीय समुद्र के तट के पास से गुजरा था उसने इस तूफान की तस्वीरें भेजी जिससे इसकी तीव्रता का अंदाजा लग रहा है.
- नासा इस सैटेलाइट द्वारा भेजी तस्वीरों से बादलों को ऊपरी हिस्से के तापमान का डाटा इकट्ठा करता है. तूफान के साथ घुमड़ रहे बादलों का तापमान से भारी बारिश का अनुमान लगाया जा रहा है.
- नासा के मुताबिक यह तूफान 16 मई को बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व से उठा है. उष्णकटिबंधीय चक्रवात था जिसने रात में हरीकेन जैसा रूप ले लिया.
- यह दो सालों के अंदर दूसरा मौका है जब बंगाल की खाड़ी में मानसून के पहले इस तरह का तूफान आया है. ओडिशा ने पिछले साल ही फणी का शानदार तरीके से सामना था किया अब अम्फान के लिए भी तैयार है. अब तक 10 लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा चुका है.
- चक्रवात अम्फान कल 155-165 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से बंगाल से टकराएगा. जहां इसकी रफ्तार 185 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार हो सकती है. यह इसकी तीव्रता हरीकेन-3 स्तर की हो सकती है.
- तूफान की वजह से समुद्र में ऊंची लहरें उठनी की आशंका है. जिसकी वजह से पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटीय इलाकों में बाढ़ आ सकती है.
- भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक ये तूफान जिन इलाकों से होकर गुजरेगा वहां भारी तबाही की आशंका है. रेल, सड़क, कच्चे और पुराने पक्के घर, बिजली के खंबे, जहाज आदि को यह भारी नुकसान पहुंचाएगा.
- अम्फान का को 'उम-पन' भी कहा जाता है जिसका मतलब आसमान है. इसको साल 2004 में थाईलैंड ने नाम दिया था. पीआई के मुताबिक इसके बाद आने वाले तूफानों के नाम निसर्गा, (बांग्लादेश का सुझाया नाम), गति (भारत ने सुझाया है नाम), नीवर (ईरान ने रखा है नाम), बुरेवी (मालदीव का रखा नाम), तौकटे, (म्यांमार का रखा नाम) और यास (ओमान का रखा नाम) हैं.
- तूफान को विशाखपत्तनम स्थित डॉप्लर मौसम रडार द्वारा ट्रैक किया जा रहा है.
- इस तूफान की वजह से असम, सिक्किम और मेघालय में बारिश का अनुमान लगाया जा रहा है.