लखनऊ:
मायावती की तोड़ी गई मूर्ति का हू-ब-हू रूप मिल गया है। यह काम लखनऊ के डीएम अनुराग यादव किया है। यह मूर्ति कहीं और लगवाई जानी थी जो कानूनी अड़चनों की वजह से नहीं लगाई गई थी। अब यह मूर्ति तोड़ी गई मूर्ति के स्थान पर आज रात को ही लगा दी गई है।
पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी अमित सहित तीन लोगों को हिरासत में भी ले लिया है। अमित समाजवादी पार्टी का सदस्य है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की संगमरमर से बनी एक मूर्ति को तोड़ दिया गया था। इस मूर्ति के सिर और हाथ तोड़ दिए गए थे। वहां मौजूद गार्ड ने बताया था कि चार लड़के अचानक पहुंचे और हथौड़े से वार कर मूर्ति का सिर और हाथ तोड़ दिया। चारों ने लाल रंग की टोपी पहन रखी थी।
मूर्ति को तोड़े जाने के बाद कानून और व्यवस्था भंग होने की आशंका के मद्देनज़र काफी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया था। मायावती ने पार्टी कार्यकर्ताओं से संयम बरतने और शांति बनाए रखने की अपील की थी।
इस घटना की निंदा करते हुए सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि वह मूर्ति को पुन: स्थापित करने की बात कही थी।
यह उन अनेक मूर्तियों में से एक है, जिन्हें पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने पिछले कार्यकाल के दौरान लगवाया था। उनके द्वारा लगवाई गई सभी मूर्तियों में उनके हाथ में हमेशा एक पर्स दिखाया जाता रहा है, और इस वारदात में मूर्ति के हाथ से पर्स भी गिरा दिया गया था।
यह मूर्ति लखनऊ के उस अम्बेडकर मेमोरियल पार्क के बाहर लगी है, जिसे दलितों के नेता तथा मायावती के संरक्षक माने जाते रहे कांशीराम की याद में बनाया गया था।
पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी अमित सहित तीन लोगों को हिरासत में भी ले लिया है। अमित समाजवादी पार्टी का सदस्य है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की संगमरमर से बनी एक मूर्ति को तोड़ दिया गया था। इस मूर्ति के सिर और हाथ तोड़ दिए गए थे। वहां मौजूद गार्ड ने बताया था कि चार लड़के अचानक पहुंचे और हथौड़े से वार कर मूर्ति का सिर और हाथ तोड़ दिया। चारों ने लाल रंग की टोपी पहन रखी थी।
मूर्ति को तोड़े जाने के बाद कानून और व्यवस्था भंग होने की आशंका के मद्देनज़र काफी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया था। मायावती ने पार्टी कार्यकर्ताओं से संयम बरतने और शांति बनाए रखने की अपील की थी।
इस घटना की निंदा करते हुए सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि वह मूर्ति को पुन: स्थापित करने की बात कही थी।
यह उन अनेक मूर्तियों में से एक है, जिन्हें पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने पिछले कार्यकाल के दौरान लगवाया था। उनके द्वारा लगवाई गई सभी मूर्तियों में उनके हाथ में हमेशा एक पर्स दिखाया जाता रहा है, और इस वारदात में मूर्ति के हाथ से पर्स भी गिरा दिया गया था।
यह मूर्ति लखनऊ के उस अम्बेडकर मेमोरियल पार्क के बाहर लगी है, जिसे दलितों के नेता तथा मायावती के संरक्षक माने जाते रहे कांशीराम की याद में बनाया गया था।
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मायावती की मूर्ति तोड़ी, लखनऊ में मायावती की मूर्ति तोड़ी, Statue Of Mayawati Destroyed, Mayawati Statue In Lucknow