रविवार को पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर एयरपोर्ट पर लैंड करने से पहले भयंकर एयर टर्बुलेन्स का शिकार हुए स्पाइसजेट के विमान के 2 यात्री को ICU में भर्ती करवाया गया है. वहीं स्पाइसजेट के दो कर्मचारियों को हटा दिया गया है, जिन्होंने बाद में औपचारिक जांच से पहले विमान को दुर्गापुर से कोलकाता जाने की अनुमति दी थी. डीजीसीए (DGCA) ने एक नोट में कहा है कि डीजीसीए ने चालक दल, एएमई (एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस इंजीनियर) को रोस्टर से हटा दिया गया है. नोट में लिखा है कि दो यात्री दुर्गापुर के आईसीयू में हैं. एक यात्री को सिर में चोट लगने से डायमंड अस्पताल में भर्ती है और दूसरा यात्री रीढ़ की हड्डी में चोट के साथ मिशन अस्पताल में एडमिट है.
बता दें कि रविवार को लैंडिंग के दौरान चौदह यात्री और चालक दल के तीन सदस्य घायल हो गए. डीजीसीए ने कहा कि चोटें सिर, रीढ़, कंधे, माथे और चेहरे पर थीं. डीजीसीए ने कहा कि रविवार को जिस विमान के साथ घटना घटी थी, उसे कोलकाता में खड़ा किया गया है. स्पाइसजेट के बाकी विमान परिचालन में हैं. स्पाइसजेट की वेबसाइट के अनुसार, इसके बेड़े में 91 विमान हैं.
डीजीसीए के अनुसार, मुंबई से दुर्गापुर के लिए रविवार को उड़ान भरने वाला विमान उतरने के दौरान वायुमंडलीय विक्षोभ के संपर्क में आ गया था और 14 यात्री तथा तीन विमानकर्मी घायल हो गये थे. केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, ‘‘दुर्गापुर में उतरते समय उड़ान के वायुमंडलीय विक्षोभ का सामना करने और यात्रियों को हुई क्षति बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. डीजीसीए ने घटना की जांच के लिए एक टीम गठित की है.''
उन्होंने कहा कि इस मामले को पूरी गंभीरता और कुशलता के साथ निपटाया जा रहा है. सिंधिया ने कहा, ‘‘जांच पूरी होने के बाद घटना के कारणों के बारे में अधिक जानकारी साझा की जाएगी.'' डीजीसीए के अनुसार मुंबई-दुर्गापुर की इस उड़ान में दो पायलटों और चालक दल के चार अन्य सदस्यों समेत 195 लोग सवार थे. उसने बताया कि विमान ने रविवार को शाम करीब 5:13 बजे मुंबई हवाईअड्डे से उड़ान भरी.
डीजीसीए ने कहा, ‘‘उतरने के दौरान विमान का सामना तेज वायुमंडलीय विक्षोभ से हुआ. इस अवधि में ऑटोपायलट दो मिनट के लिए काम नहीं कर रहा था और चालक दल ने विमान उड़ाया.'' पायलट ने दुर्गापुर वायु यातायात नियंत्रक को बताया कि वायुमंडलीय विक्षोभ के कारण कुछ यात्री घायल हो गये हैं और उन्होंने विमान उतरने के बाद चिकित्सा सहायता पहुंचाने का अनुरोध किया.
डीजीसीए ने कहा कि इस समय तीन यात्री अस्पताल में हैं. उसने बताया कि घटना के समय ऑक्सीजन पैनल खुल गये और ऑक्सीजन मास्क नीचे आ गये. डीजीसीए ने कहा कि उसने इस घटना की जांच के लिए बहुविध दल का गठन किया है.
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