कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी आगामी छह अक्टूबर को कर्नाटक में ‘भारत जोड़ो यात्रा' में शामिल होंगी. वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी 7 अक्टूबर को इस यात्रा में शिरकत करेंगी. सोनिया गांधी कर्नाटक के मांड्या जिले में 6 अक्टूबर को भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होंगी. वह सोमवार को कर्नाटक पहुंच रही हैं और छह अक्टूबर को यात्रा में शामिल होने से पहले दो दिन कुर्ग में रहेंगी.
सोनिया वर्तमान योजना के अनुसार दोनों सत्रों (सुबह और शाम) में पद यात्रा करेंगी. वहीं प्रियंका गांधी 7 अक्टूबर को यात्रा में शामिल होंगी.
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष, जो पैदल मार्च शुरू होने पर चिकित्सा जांच के लिए विदेश गई थीं, पहली बार मांड्या जिले से इसमें शामिल होंगी. इससे पहले, कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार और एआईसीसी महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा था कि सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा राज्य में अलग-अलग यात्रा में भाग लेंगी और तारीखों की घोषणा जल्द की जाएगी.
'भारत जोड़ो यात्रा', 7 सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई और तमिलनाडु और केरल के बाद शुक्रवार को कर्नाटक में प्रवेश किया. 21 दिनों में भाजपा शासित राज्य के लगभग 511 किलोमीटर की दूरी तय की. मार्च का लक्ष्य पांच महीनों में 12 राज्यों को कवर करना है.
राहुल गांधी ने शुक्रवार को दावा किया कि जनता तक पहुंचने के लिए पार्टी के पास 'भारत जोड़ो यात्रा' ही एकमात्र विकल्प है, क्योंकि अभिव्यक्ति के अन्य सभी मंच बंद हैं. गांधी ने एक जनसभा में कहा, "पूरा सरकारी नियंत्रण है. संसद में हमारे माइक म्यूट हैं, विधानसभाओं को काम करने की अनुमति नहीं है और विपक्ष को परेशान किया जाता है. इस स्थिति में, हमारे पास एकमात्र विकल्प 'भारत जोड़ो यात्रा' है."
उन्होंने कहा कि देश में कोई भी ताकत इस यात्रा को रोक नहीं सकती है, क्योंकि यह "भारत का मार्च" है. उन्होंने कहा, "यह भारत का मार्च है और भारत की आवाज सुनने के लिए एक मार्च है, जिसे कोई दबा नहीं सकता."
कांग्रेस नेताओं को उम्मीद है कि कर्नाटक में मार्च अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी कार्यकर्ताओं में नई जान फूंक देगा. यह मार्च कर्नाटक के चामराजनगर, मैसूर, मांड्या, तुमकुरु, चित्रदुर्ग, बेल्लारी और रायचूर जिलों को कवर करेगा. मार्च रायचूर से तेलंगाना में प्रवेश करेगा.
रायचूर के रास्ते राज्य से बाहर निकलने से पहले 19 अक्टूबर को बेल्लारी में एक विशाल जनसभा की योजना बनाई गई है. बेल्लारी कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि सोनिया गांधी ने पहले वहां से लोकसभा चुनाव जीता था, और पार्टी ने तत्कालीन भाजपा सरकार और वहां के कथित खनन माफिया के खिलाफ जिले में पैदल मार्च भी किया था, जो 2013 में विधानसभा चुनाव की जीत में मददगार साबित हुआ था.
राहुल गांधी और कांग्रेस के कई अन्य नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने पिछले सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से ‘भारत जोड़ो यात्रा' की शुरुआत की थी. इन दिनों यात्रा कर्नाटक में है. यात्रा का समापन अगले साल की शुरुआत में कश्मीर में होगा. इस यात्रा में कुल 3570 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी.
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