मुंबई:
बहुचर्चित शीना बोरा हत्याकांड की जांच के सिलसिले में मुंबई के खार पुलिस स्टेशन इलाके में पिछले कुछ दिनों से गहमागहमी रही है, लेकिन इससे स्थानीय लोग नाखुश हैं। लोगों की शिकायत है कि उनके इलाके से शांति छिन गई है। हालांकि, आसपास बनी खाने-पीने की दुकानें अच्छा बिजनेस कर रही हैं।
मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी, उनके पूर्व पति संजीव खन्ना, मीडिया क्षेत्र की बड़ी हस्ती पीटर मुखर्जी, सिद्धार्थ दास, श्याम राय और मिखाइल बोरा शीना बोरा हत्याकांड से किसी न किसी तरह जुड़े हैं। इनसे नियमित अंतराल पर पुलिस पूछताछ करती रही है, जिसकी वजह से मीडिया का भारी जमावड़ा लगा रहता है, बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात रहते हैं और इन चीजों को देखने के इच्छुक लोग भी बड़ी संख्या में जमा रहते हैं।
साल 2012 में हुई शीना की हत्या के सिलसिले में बीते अगस्त में हुई इंद्राणी की गिरफ्तारी के बाद से ही खार पुलिस स्टेशन का इलाका इस केस की मीडिया कवरेज, आरोपियों एवं अन्य से पूछताछ और वहां इकट्ठा होने वाली भीड़ के कारण अस्त-व्यस्त नजर आने लगा है।
खार में रहने वाले लोग जहां यातायात से जुड़ी दिक्कतों और हद से ज्यादा भीड़ होने की शिकायत कर रहे हैं, वहीं इलाके में बनी खाने-पीने की दुकानें अच्छा व्यवसाय कर रही हैं। पुलिस स्टेशन के पास बने एक फूड स्टॉल की मालकिन पदमा यादगीरा ने बताया कि उनकी दुकान में ढेरों ग्राहक आ रहे हैं और पिछले एक हफ्ते से उन्हें एक मिनट का भी वक्त नहीं मिल पा रहा है।
गणेश एनर्जी स्टॉल के मालिक दीपक अग्रवाल भी आजकल काफी खुश हैं। उन्होंने बताया, 'आम दिनों में हम मुश्किल से दो वक्त की जरूरत के लायक पैसा कमा पाते हैं। लेकिन आजकल हमारा मुनाफा काफी बढ़ गया है।' बहरहाल, खार पुलिस स्टेशन के सामने रहने वाली 31 साल की प्रसुमिता इस पूरे 'ड्रामे' से नाखुश हैं। उन्होंने कहा कि मीडिया की बढ़ी गतिविधियों से इलाके की स्थिति अस्त-व्यस्त हो गई है।
मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी, उनके पूर्व पति संजीव खन्ना, मीडिया क्षेत्र की बड़ी हस्ती पीटर मुखर्जी, सिद्धार्थ दास, श्याम राय और मिखाइल बोरा शीना बोरा हत्याकांड से किसी न किसी तरह जुड़े हैं। इनसे नियमित अंतराल पर पुलिस पूछताछ करती रही है, जिसकी वजह से मीडिया का भारी जमावड़ा लगा रहता है, बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात रहते हैं और इन चीजों को देखने के इच्छुक लोग भी बड़ी संख्या में जमा रहते हैं।
साल 2012 में हुई शीना की हत्या के सिलसिले में बीते अगस्त में हुई इंद्राणी की गिरफ्तारी के बाद से ही खार पुलिस स्टेशन का इलाका इस केस की मीडिया कवरेज, आरोपियों एवं अन्य से पूछताछ और वहां इकट्ठा होने वाली भीड़ के कारण अस्त-व्यस्त नजर आने लगा है।
खार में रहने वाले लोग जहां यातायात से जुड़ी दिक्कतों और हद से ज्यादा भीड़ होने की शिकायत कर रहे हैं, वहीं इलाके में बनी खाने-पीने की दुकानें अच्छा व्यवसाय कर रही हैं। पुलिस स्टेशन के पास बने एक फूड स्टॉल की मालकिन पदमा यादगीरा ने बताया कि उनकी दुकान में ढेरों ग्राहक आ रहे हैं और पिछले एक हफ्ते से उन्हें एक मिनट का भी वक्त नहीं मिल पा रहा है।
गणेश एनर्जी स्टॉल के मालिक दीपक अग्रवाल भी आजकल काफी खुश हैं। उन्होंने बताया, 'आम दिनों में हम मुश्किल से दो वक्त की जरूरत के लायक पैसा कमा पाते हैं। लेकिन आजकल हमारा मुनाफा काफी बढ़ गया है।' बहरहाल, खार पुलिस स्टेशन के सामने रहने वाली 31 साल की प्रसुमिता इस पूरे 'ड्रामे' से नाखुश हैं। उन्होंने कहा कि मीडिया की बढ़ी गतिविधियों से इलाके की स्थिति अस्त-व्यस्त हो गई है।
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