इंद्राणी और शीना की फाइल तस्वीर
मुंबई:
मुंबई पुलिस जैसे-जैसे शीना बोरा की कथित तौर पर इंद्राणी मुखर्जी द्वारा हत्या के राज़ खोल रही है, वैसे-वैसे इस अपराध से जुड़ी सनसनीखेज़ जानकारियां सामने आ रही हैं। इंद्राणी से पूछताछ के आधार पर पुलिस ने जो जानकारियां इकट्ठा की हैं वो इस तरह से है।
सूत्रों के अनुसार, 24 अप्रैल 2012 को इंद्राणी मुखर्जी ने शीना से कुछ ज़रूरी बात करने के लिए शाम को मुंबई के बांद्रा इलाके में बुलाया था। शीना को राहुल मुखर्जी बांद्रा छोड़कर चले गए थे और शीना इंद्राणी से मिलने चली गई थी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, शीना ने जब कार के भीतर इंद्राणी के साथ संजीव खन्ना को देखा तो उसने अंदर जाने से मना कर दिया, लेकिन इंद्राणी ने उसे खींचकर कार में अंदर कर लिया था।
कार जब हाईवे पर पहुंची तब संजीव खन्ना और श्याम राय ने शीना के हाथ और पैर पकड़े और इंद्राणी ने उसका गला घोंट दिया। रातभर शीना का शव पीटर मुखर्जी के गैराज में खड़ी कार में पड़ा रहा और अगली सुबह उसके शव को मुंबई से 84 किमी दूर रायगढ़ ले जाया गया और जहां से 23 मई को उसका जला हुआ शव बरामद हुआ।
राहुल मुखर्जी ने पुलिस को बताया कि उसने जब 25 अप्रैल को शीना को कॉल किया था तब उसका फोन बंद था। उसके दो दिनों बाद वो पुलिस में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाने भी गया। पुलिस ने इसके बाद इंद्राणी से संपर्क किया जहां उसने पुलिस को बताया कि शीना पढ़ाई के लिए यूएस चली गई है। इसके एक दिन बाद उसे शीना के मोबाइल से एक एसएमएस भी मिला कि वो रिश्ता तोड़ना चाहती है।
मुंबई पुलिस चीफ़ राकेश मारिया के पास आए एक अनाम फोन कॉल के बाद इस मामले की दोबारा तह़कीकात शरु हुई जिसके बाद इंद्राणी के ड्राइवर श्याम के पकड़े जाने के बाद, इस हाई प्रोफाइल मर्डर की परतें खुलने लगीं और पुलिस की पूछताछ के बाद इंद्राणी ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया।
सूत्रों के अनुसार, 24 अप्रैल 2012 को इंद्राणी मुखर्जी ने शीना से कुछ ज़रूरी बात करने के लिए शाम को मुंबई के बांद्रा इलाके में बुलाया था। शीना को राहुल मुखर्जी बांद्रा छोड़कर चले गए थे और शीना इंद्राणी से मिलने चली गई थी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, शीना ने जब कार के भीतर इंद्राणी के साथ संजीव खन्ना को देखा तो उसने अंदर जाने से मना कर दिया, लेकिन इंद्राणी ने उसे खींचकर कार में अंदर कर लिया था।
कार जब हाईवे पर पहुंची तब संजीव खन्ना और श्याम राय ने शीना के हाथ और पैर पकड़े और इंद्राणी ने उसका गला घोंट दिया। रातभर शीना का शव पीटर मुखर्जी के गैराज में खड़ी कार में पड़ा रहा और अगली सुबह उसके शव को मुंबई से 84 किमी दूर रायगढ़ ले जाया गया और जहां से 23 मई को उसका जला हुआ शव बरामद हुआ।
राहुल मुखर्जी ने पुलिस को बताया कि उसने जब 25 अप्रैल को शीना को कॉल किया था तब उसका फोन बंद था। उसके दो दिनों बाद वो पुलिस में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाने भी गया। पुलिस ने इसके बाद इंद्राणी से संपर्क किया जहां उसने पुलिस को बताया कि शीना पढ़ाई के लिए यूएस चली गई है। इसके एक दिन बाद उसे शीना के मोबाइल से एक एसएमएस भी मिला कि वो रिश्ता तोड़ना चाहती है।
मुंबई पुलिस चीफ़ राकेश मारिया के पास आए एक अनाम फोन कॉल के बाद इस मामले की दोबारा तह़कीकात शरु हुई जिसके बाद इंद्राणी के ड्राइवर श्याम के पकड़े जाने के बाद, इस हाई प्रोफाइल मर्डर की परतें खुलने लगीं और पुलिस की पूछताछ के बाद इंद्राणी ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया।
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