शत्रुघ्न सिन्हा (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
डीडीसीए के मुद्दे को लेकर अरुण जेटली लगातार घिरते जा रहे हैं। अब सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने ट्वीट करके अप्रत्यक्ष रूप से अरुण जेटली का इस्तीफा मांगा है। सिन्हा ने लिखा कि आडवाणी की राह पर चलें जेटली।
उन्होंने ट्वीट करके कीर्ति आजाद को हीरो बताया है। उन्होंने लिखा, कीर्ति आजाद आज के हीरो हैं। अपने मित्रों से अनुरोध करता हूं कि उनका साथ दीजिए, जो भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रहे हैं।
दरअसल, मंगलवार को डीडीसीए के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा के संसदीय दल से कहा कि अरुण जेटली उसी तरह बेदाग निकलकर आएंगे, जैसे लाल कृष्ण आडवाणी हवाला मामले में आए थे। इसके बाद से ही चर्चाएं गरम है कि क्या पीएम ने उन्हें आडवाणी का उदाहरण इस्तीफा देने के लिए दिया है। हवाला में नाम सामने आने के बाद जांच के नतीजे सामने आने तक लालकृष्ण आडवाणी ने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था।
सीताराम येचुरी का बयान
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी ने मंगलवार को दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हवाला मामले में लालकृष्ण आडवाणी की मिसाल देते हुए संकेत दिया है कि वित्त मंत्री अरुण जेटली को इस्तीफा देना चाहिए। येचुरी ने संवाददाताओं से कहा, आडवाणी के साथ तुलना करके प्रधानमंत्री ने अरुण जेटली को संकेत दिया है कि उन्हें इस्तीफा देना चाहिए, खुद को पाक-साफ साबित करना चाहिए और फिर वापसी करनी चाहिए। मैं इसे जेटली को मिले इस संकेत के तौर पर देखता हूं कि आप भी वही करिए।
As for FM, issue shud be fought politically not legally. As advised by our dashing dynamic PM, our FM cud follow Advanijis eg & come clean
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) December 23, 2015
सिन्हा ने लिखा है कि वित्त मंत्री होते हुए इस मुद्दे से राजनीतिक रूप से लड़ा जाना चाहिए कानूनी रूप से नहीं। जैसा कि हमारे प्रधानमंत्री जी ने भी कहा कि हमारे वित्त मंत्री को आडवाणी जी के उदाहरण के तौर पर काम करना चाहिए और खुद को बेदाग साबित करना चाहिए।उन्होंने ट्वीट करके कीर्ति आजाद को हीरो बताया है। उन्होंने लिखा, कीर्ति आजाद आज के हीरो हैं। अपने मित्रों से अनुरोध करता हूं कि उनका साथ दीजिए, जो भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रहे हैं।
KirtiAzad-hero of the day.Humble appeal to friends.Avoid knee jerk reaction/coercive action against friend who's fighting against corruption
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) December 23, 2015
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा कि बहुत दुख होता है यह कहते हुए कि जिस पार्टी की अपनी अलग पहचान थी, आज वह मतभेदों की पार्टी बन गई है।Have often quoted Newtons 3rd Law. Feel that untimely action cud boomerang. Sadly-Party with a Difference has become Party with Differences.
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) December 23, 2015
पीएम मोदी के बयान से मचा बवालदरअसल, मंगलवार को डीडीसीए के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा के संसदीय दल से कहा कि अरुण जेटली उसी तरह बेदाग निकलकर आएंगे, जैसे लाल कृष्ण आडवाणी हवाला मामले में आए थे। इसके बाद से ही चर्चाएं गरम है कि क्या पीएम ने उन्हें आडवाणी का उदाहरण इस्तीफा देने के लिए दिया है। हवाला में नाम सामने आने के बाद जांच के नतीजे सामने आने तक लालकृष्ण आडवाणी ने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था।
सीताराम येचुरी का बयान
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी ने मंगलवार को दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हवाला मामले में लालकृष्ण आडवाणी की मिसाल देते हुए संकेत दिया है कि वित्त मंत्री अरुण जेटली को इस्तीफा देना चाहिए। येचुरी ने संवाददाताओं से कहा, आडवाणी के साथ तुलना करके प्रधानमंत्री ने अरुण जेटली को संकेत दिया है कि उन्हें इस्तीफा देना चाहिए, खुद को पाक-साफ साबित करना चाहिए और फिर वापसी करनी चाहिए। मैं इसे जेटली को मिले इस संकेत के तौर पर देखता हूं कि आप भी वही करिए।
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