शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने स्वर्ण मंदिर में योगाभ्यास और इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट कर “धार्मिक भावनाओं को आहत” करने का आरोप लगाते हुए फैशल डिजाइनर एवं ‘लाइफस्टाइल इंफ्लुएंसर' अर्चना मकवाना के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है.
हालांकि, मकवाना ने इस मामले में माफी मांगते हुए कहा कि उनका इरादा किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का नहीं था.
शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर स्वर्ण मंदिर पहुंचीं मकवाना ने परिक्रमा पथ पर योग किया था. गुरुद्वारों की सर्वोच्च संस्था शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने कर्तव्य निर्वहन ठीक से नहीं करने का आरोप लगाते हुए अपने तीन कर्मचारियों को निलंबित कर दिया.
एसजीपीसी प्रमुख हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि मकवाना के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पुलिस आयुक्त को शिकायत भेजी गई है. उन्होंने एक बयान में कहा, 'किसी को भी स्वर्ण मंदिर में सिख आचरण के खिलाफ हरकत करने की इजाजत नहीं दी जा सकती, लेकिन कुछ लोग जानबूझकर इस पवित्र स्थान की पवित्रता और ऐतिहासिक महत्व को नजरअंदाज करके आपत्तिजनक हरकतें करते हैं.'
धामी ने कहा, “इस हरकत से सिखों की भावनाओं और मर्यादा को ठेस पहुंची है, इसलिए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है. बाद में, अपने ‘इंस्टाग्राम' हैंडल पर एक पोस्ट में मकवाना ने माफी मांगी और कहा, “मैंने किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से कुछ पोस्ट नहीं किया था. मुझे इस बात की जानकारी नहीं थी कि गुरुद्वारा साहिब परिसर में योग का अभ्यास करना कुछ लोगों के लिए अपमानजनक हो सकता है. मेरा किसी को आहत करने का कोई इरादा नहीं था.”
उन्होंने कहा, “मैं ईमानदारी पूर्वक माफी मांगती हूं तथा भविष्य में और अधिक सावधानी बरतने का वादा करती हूं. कृपया मेरी माफी स्वीकार करें.”
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं