यौन उत्पीड़न के मामले में तहलका के पूर्व एडिटर तरुण तेजपाल को जमानत मिल गई है। तेजपाल पर अपने साथ काम करने वाली महिला पत्रकार के यौन उत्पीड़न का आरोप है। सुप्रीम कोर्ट ने गोवा कोर्ट से कहा कि इस मामले की पूरी सुनवाई जल्द से जल्द की जाए। संभव हो सके तो 8 महीने के भीतर हो।
इस मामले में पिछले साल 30 नवंबर को तेजपाल की गिरफ्तारी हुई थी। फिलहाल वह अंतरिम जमानत पर जेल से बाहर हैं।
हालांकि गोवा सरकार ने अंतरिम जमानत की अवधि बढ़ाने का विरोध किया था और कोर्ट से कहा था कि पीड़ित लड़की और उसके मित्र को कुछ साइटों से धमकी-भरे ई-मेल मिल रहे हैं और ऐसा लगता है कि वे किसी तरह की निगरानी में हैं।
लेकिन कोर्ट ने तेजपाल की राहत की अवधि बढ़ाते हुए कहा था कि उनकी नियमित जमानत की याचिका तीन दिन बाद ही सुनवाई के लिये सूचीबद्ध है।
शीर्ष अदालत ने 19 मई को तेजपाल को तीन सप्ताह के लिए अंतरिम जमानत दी थी ताकि वह अपनी मां के अंतिम संस्कार और उसके बाद की रस्मों में शामिल हो सकें। तेजपाल की मां का 18 मई को निधन हो गया था।
तेजपाल के खिलाफ पिछले साल 7 नवंबर को गोवा के एक होटल में अपनी कनिष्ठ सहयोगी का कथित बलात्कार करने, यौन उत्पीड़न और शील भंग करने के आरोप हैं। इस मामले में तेजपाल को 30 नवंबर को गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में उनके खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया जा चुका है। अंतरिम जमानत पर रिहाई से पहले तेजपाल गोवा के वास्को की साडा स्थित उप जेल में बंद थे।
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