"सारण मेरे पिता की कर्मभूमि, उतना ही प्यार मिलना मेरी खुशनसीबी" : चुनाव प्रचार के दौरान NDTV से रोहिणी आचार्य

रोहिणी ने कहा कि मैं सारण को लेकर अपने पिता के अधूरे सपनों को पूरा करूंगी और खासकर महिलाओं के लिए मैं काफी कुछ करना चाहती हूं. उन्हें 'स्मार्ट दीदी' बनाना चाहती हूं, ताकि वो आत्मनिर्भर बन सकें.

सारण:

राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने मंगलवार को सारण लोकसभा क्षेत्र में अपने चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत की. आरजेडी (RJD) ने यहां से उन्हें अपना प्रत्याशी बनाया है. सोनपुर में रोड शो के दौरान एनडीटीवी से बात करते हुए रोहिणी ने कहा कि ये मेरे पिता की कर्मभूमि रही है और अब सारण में उतना ही प्यार मुझे मिलना, ये मेरी खुशनसीबी है.

एनडीटीवी ने जब रोहिणी आचार्य ने पूछा कि आपका राजनीति में आने का मन कैसे हुआ? इस पर उन्होंने कहा कि जब मुजफ्फरपुर में बालिका गृह कांड हुआ था, छोटी-छोटी बच्चियों से रेप और उनका मर्डर किया जा रहा था, तब मैं काफी परेशान हो गई थी, लेकिन उस वक्त मेरे बच्चे छोटे थे और पारिवारिक जिम्मेदारी काफी थी तो मैं तब राजनीति में नहीं आ पायी. अब सारण की जनता ने बुलाया है तो उचित समय पर मैं राजनीति में आयी हूं.

उनको टिकट दिए जाने की वजह को लेकर सम्राट चौधरी के बयान पर रोहिणी ने कहा कि हम मर्यादा में रहते हैं, हम उनके जैसा नहीं बोल सकते, हम पिता-पुत्री के रिश्ते में हैं और वो इसके महत्व के बारे में शायद नहीं जानते. जब मैंने पिता को किडनी दिया था, तब यही लोग काफी तारीफ करते थे, मैं तो उन्हें भी शुभकामनाएं देती हूं कि उनकी भी बेटी हो तो रोहिणी जैसी. 

वहीं परिवारवाद को लेकर हमले पर रोहिणी ने कहा कि पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देख लेना चाहिए कि वो खुद किन लोगों से घिरे हैं, तब उन्हें परिवार को लेकर बयान देना चाहिए.

गरीबों की सेवा करना मेरे खून में - रोहिणी

रोहिणी ने कहा, "मेरे खून में है गरीबों की सेवा करना, सबको मान-सम्मान देना, तो मैं अपनी पीढ़ी के योगदान को ही आगे बढ़ा रही हूं, वही संस्कार मुझमें और मेरे बच्चों में भी है. मैं सारण को लेकर अपने पिता के अधूरे सपनों को पूरा करूंगी और खासकर महिलाओं के लिए मैं काफी कुछ करना चाहती हूं. उन्हें 'स्मार्ट दीदी' बनाना चाहती हूं, ताकि वो आत्मनिर्भर बन सकें."

अपने पिता लालू यादव को किडनी दान करने और सोशल मीडिया पर अपने पोस्ट के कारण रोहिणी आचार्य काफी चर्चा में रहती हैं. बिहार की सभी 40 सीटों के लिए लोकसभा चुनाव सात चरणों में 19, 26 अप्रैल, 7, 13, 20, 25 मई और एक जून को होंगे. वहीं सारण में पांचवें चरण में 20 मई को मतदान होगा.

इससे पहले सोमवार को सोनपुर में उन्होंने बाबा हरिहरनाथ का आशीर्वाद लिया. उन्होंने कहा, "मैं सारण के लोगों से मिल रहे अपार प्यार और आशीर्वाद से अभिभूत हूं, यहां के मतदाता जिस तरह से मुझसे मिल रहे हैं. उससे ऐसा लगता है जैसे कि एक बेटी अपने घर आई हो. मैं धन्य हूं, सारण मेरे पिता की ‘कर्मभूमि' रही है और अब ये मेरी कर्मभूमि होने जा रही है."

वंशवादी राजनीति करते हैं लालू यादव - सम्राट चौधरी

सारण से रोहिणी आचार्य को मैदान में उतारने के राजद के फैसले पर टिप्पणी करते हुए बिहार भाजपा अध्यक्ष और राज्य के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा था, "अपने परिवार के सदस्यों को चुनावी राजनीति में उतारना राजद प्रमुख लालू प्रसाद की पहचान रही है. इसे कहते हैं ‘वंशवादी राजनीति'. वह (लालू) अब तक अपने दो बेटों और दो बेटियों को राजनीति में ला चुके हैं. अब देखते हैं कि उनकी बाकी पांच बेटियां, जो हमारी बहनें हैं, उन्हें कब राजनीति में लाते हैं."

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सिंगापुर से आने वाले प्रत्याशी को नहीं जिताएगी जनता- विजय सिन्हा
वहीं एक अन्य उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने आचार्य पर कटाक्ष करते हुए कहा, "वह अभी सिंगापुर में रहती हैं और अब यहां (सारण) से चुनाव लड़ रही हैं. जनता तय करेगी कि किसे जिताना है- उसे जो बिहार के प्रति प्रतिबद्ध है (सारण से भाजपा उम्मीदवार राजीव प्रताप रूडी) या वह जो सिंगापुर से आई हैं."