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This Article is From Jul 16, 2020

राजस्थान: बागियों को नोटिस पर बोले पायलट कैम्प के MLA- प्रदेश कांग्रेस प्रभारी को संविधान की जानकारी नहीं

पायलट कैंप के बागी विधायक भंवरलाल शर्मा ने बागी विधायकों को नोटिस भेजने पर कहा कि प्रदेश कांग्रेस प्रभारी को संविधान की जानकारी नहीं है. भंवरलाल शर्मा ने कहा व्हिप सिर्फ विधानसभा में लागू होता है पार्टी विधायक दल की विधानसभा से बाहर बैठक में नहीं

राजस्थान: बागियों को नोटिस पर बोले पायलट कैम्प के MLA- प्रदेश कांग्रेस प्रभारी को संविधान की जानकारी नहीं
विधायक दल की बैठक के लिए व्हिप जारी करने पर पायलट खेमे ने उठाए सवाल.
Quick Take
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
बागी विधायक भंवरलाल शर्मा का पलटवार
विधायकों को नोटिस भेजने पर सवाल
विधायक दल की बैठक के लिए व्हिप जारी करने को बताया गलत
जयपुर:

Rajasthan Congress Crisis: राजस्थान कांग्रेस में सचिन पायलट खेमे (Team Sachin Pilot) पर पार्टी की बढ़त के बीच पायलट के समर्थन में उतरे एक विधायक ने राजस्थान कांग्रेस प्रभारी (Rajasthan Congress In-charge) को ही निशाने पर ले लिया है. पायलट कैंप के बागी विधायक भंवरलाल शर्मा (Bhanwarlal Sharma) ने बागी विधायकों (Rebel MLAs) को नोटिस भेजने पर कहा कि प्रदेश कांग्रेस प्रभारी को संविधान की जानकारी नहीं है. भंवरलाल शर्मा ने कहा व्हिप सिर्फ विधानसभा में लागू होता है पार्टी विधायक दल की विधानसभा से बाहर बैठक में नहीं. शर्मा ने कहा कि राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी को संविधान की जानकारी नहीं है क्योंकि व्हिप के उल्लंघन का आरोप ही गलत है.

बता दें कि बीते रविवार को राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार में दोफाड़ होने की खबर के बाद सचिन पायलट की ओर से दावा किया गया था कि उनके पास करीब 30 विधायकों का समर्थन है. इसके बाद गहलोत ने सोमवार को अपने विधायक दल की बैठक बुलाई थी, जिसमें व्हिप जारी करते हुए सभी विधायकों को बैठक में मौजूद रहने को कहा गया था. लेकिन इस मीटिंग में न पायलट आए, न ही उनके खेमे के बागी विधायक. सोमवार को कांग्रेस की ओर से पायलट से वापस आकर बातचीत करने का ऑफर दिया गया और मंगलवार को फिर विधायक दल की बैठक रखी गई, लेकिन पायलट और उनके साथी विधायक फिर नहीं आए. 

इस रुख पर कांग्रेस ने मंगलवार की शाम तक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पायलट को डिप्टी सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटा दिया गया. वहीं दो कैबिनेट मंत्रियों- विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा के पद भी छीन लिए गए. बुधवार को पार्टी ने देरी न करते हुए बागी विधायकों पर भी कार्रवाई शुरू कर दी. इन विधायकों को अयोग्य ठहराने के लिए पार्टी शिकायत लेकर विधानसभा स्पीकर के पास पहुंची, जिन्होंने इन विधायकों को नोटिस भेजकर 17 जुलाई तक जवाब मांगा है.

Video: सचिन पायलट खेमे के विधायकों के गहलोत सरकार से सवाल

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