घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट तथा विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की जारी निकासी के कारण शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में रुपया गिरकर 72 रुपये प्रति डॉलर के स्तर के नीचे आ गया. शुरुआती कारोबार में रुपया 22 पैसे गिरकर नौ महीने के निचले स्तर 72.03 रुपये प्रति डॉलर पर रहा. बृहस्पतिवार को रुपया 71.81 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था. कारोबारियों ने कहा कि विदेशी बाजारों में डॉलर में तेजी तथा एफपीआई की निकासी का रुपये पर दबाव रहा. प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार, एफपीआई ने बृहस्पतिवार को घरेलू बाजार से करीब 900 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी की.
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बाजार विश्लेषकों की मानें तो मौजूदा घरेलू और वैश्विक परिस्थितियों को देखते हुए रुपये में और कमजोरी बढ़ने की संभावना है. इस साल की शुरूआत में घरेलू इक्विटी और डेब्ट बाजार में डॉलर की आमद बढ़ने के कारण रुपये में जबरदस्त मजबूती रही, लेकिन अब विपरीत स्थिति पैदा हो गई है. इसके अलावा, कच्चे तेल के दाम में नरमी रहने से भी रुपये को सपोर्ट मिला क्योंकि तेल का दाम बढ़ने से आयात के लिए ज्यादा डॉलर की जरूरत होती है.
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