भिवंडी कोर्ट में राहुल गांधी
मुंबई:
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के अपने खिलाफ एक आपराधिक मानहानि मामले में बुधवार को भिवंडी में एक अदालत में सुनवाई में उपस्थित हुए. कोर्ट ने मामले में सुनवाई के बाद राहुल गांधी को जमानत दे दी. जमानत की राशि शिवराज पाटिल ने दी. वहीं आज सुबह ही राहुल गांधी मुंबई से भिवंडी पहुंचे थे. साथ ही मामले की सुनवाई के लिए अगली तारीख 28 जनवरी, 2017 निर्धारित की।
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने 'मोदी के मित्रों और कालाधन जमा करने वालों' पर कार्रवाई की मांग की. भिवंडी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के एक बड़े समूह को संबोधित करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि विगत दो वर्षो में मोदी ने 15 उद्योगपतियों के 110,000 करोड़ रुपये के ऋण माफ किए हैं, जिनकी मदद से देश चलाया जा रहा है.
राहुल गांधी ने कहा, "अब नोटबंदी के जरिए अपने इन उद्योगपति मित्रों को धन देने के लिए वह प्रत्येक नागरिक की जब से पैसे निकाल रहे हैं. इन उद्योगपतियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है. हम मोदी के मित्रों और कालाधन जमा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हैं."
उन्होंने भविष्यवाणी की कि नोटबंदी के बाद जमा किए गए 500 और 1000 रुपये के नोट एक साल के भीतर उन 15-20 उद्योगपतियों और अन्य की जेबों में चले जाएंगे.
मुंबई और ठाणे से आए बड़ी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की भीड़ से उन्होंने पूछा, "क्या आपको आपके 4000 रुपये मिले? क्या आपको नहीं मिटने वाली स्याही लगाई गई?" इस पर लोगों ने जोर से कहा- 'नहीं'. राहुल ने नोटबंदी के कारण देश में प्रत्येक नागरिक को हो रही पीड़ा का उल्लेख करते हुए कहा कि लोगों को भारी कठिनाइयों के बीच रख दिया गया है.
उन्होंने कहा, "लेकिन, मोदी हंस रहे हैं और रो रहे हैं. जबकि, उद्योगपति या कालाधन जमा करने वाले पुराने नोट बदलने के लिए लंबी कतारों में नहीं खड़े हैं."
राहुल गांधी ने कहा कि मुझे अच्छा लग रहा है, मैं यहां गांधी जी की सोच के लिए यहां लड़ने आया हूं. मैं खुश हूं कि मैं यह लड़ाई लड़ रहा हूं. उन्होंने कहा कि गांधी जी ने कहा था जो कोई भी सीधा खड़ा होगा उसे कोई गुलाम नहीं बना सकता, कोई उसके कंधे पर खड़ा नहीं हो सकता है. इसी विचारधारा ने देश को आजादी दिलाई, हिंदुस्तान को खड़ा किया.
उन्होंने कहा कि एक तरफ आजादी की विचारधारा है और दूसरी तरफ गुलामी की विचारधारा है. जिनसे मैं लड़ रहा हूं वो हिंदुस्तान को झुकाना चाहते हैं. राहुल गांधी ने कहा जो लोग गांधी जी की विचारधारा को मानते हैं, वे लड़ रहे हैं.
वर्ष 2014 में एक चुनावी रैली में उन्होंने दावा किया था कि आरएसएस ने महात्मा गांधी की हत्या की थी.
आरएसएस के एक स्थानीय पदाधिकारी ने कांग्रेस उपाध्यक्ष के खिलाफ मामला दर्ज कराया था. राहुल मंगलवार शाम मुंबई पहुंच गए थे और सुबह भिवंडी के लिए निकले. राहुल गांधी को सुबह दस बजे पड़ोस के ठाणे जिले में भिवंडी कोर्ट में पेशी के लिए उपस्थित होना है.
मुंबई के बाहरी इलाके में स्थित शहर में 2014 में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने दावा किया था कि ‘आरएसएस के व्यक्ति ने गांधी की हत्या की.’ उन्होंने महात्मा गांधी की हत्या पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के खिलाफ अपनी टिप्पणी के लिए मानहानि मामले में 1 सितंबर को आरोपी के तौर पर मुकदमे का सामना करने का फैसला करते हुए उच्चतम न्यायालय में कहा कि वह अपने बयान के ‘हर शब्द’ पर कायम हैं.
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने 'मोदी के मित्रों और कालाधन जमा करने वालों' पर कार्रवाई की मांग की. भिवंडी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के एक बड़े समूह को संबोधित करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि विगत दो वर्षो में मोदी ने 15 उद्योगपतियों के 110,000 करोड़ रुपये के ऋण माफ किए हैं, जिनकी मदद से देश चलाया जा रहा है.
राहुल गांधी ने कहा, "अब नोटबंदी के जरिए अपने इन उद्योगपति मित्रों को धन देने के लिए वह प्रत्येक नागरिक की जब से पैसे निकाल रहे हैं. इन उद्योगपतियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है. हम मोदी के मित्रों और कालाधन जमा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हैं."
उन्होंने भविष्यवाणी की कि नोटबंदी के बाद जमा किए गए 500 और 1000 रुपये के नोट एक साल के भीतर उन 15-20 उद्योगपतियों और अन्य की जेबों में चले जाएंगे.
मुंबई और ठाणे से आए बड़ी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की भीड़ से उन्होंने पूछा, "क्या आपको आपके 4000 रुपये मिले? क्या आपको नहीं मिटने वाली स्याही लगाई गई?" इस पर लोगों ने जोर से कहा- 'नहीं'. राहुल ने नोटबंदी के कारण देश में प्रत्येक नागरिक को हो रही पीड़ा का उल्लेख करते हुए कहा कि लोगों को भारी कठिनाइयों के बीच रख दिया गया है.
उन्होंने कहा, "लेकिन, मोदी हंस रहे हैं और रो रहे हैं. जबकि, उद्योगपति या कालाधन जमा करने वाले पुराने नोट बदलने के लिए लंबी कतारों में नहीं खड़े हैं."
राहुल गांधी ने कहा कि मुझे अच्छा लग रहा है, मैं यहां गांधी जी की सोच के लिए यहां लड़ने आया हूं. मैं खुश हूं कि मैं यह लड़ाई लड़ रहा हूं. उन्होंने कहा कि गांधी जी ने कहा था जो कोई भी सीधा खड़ा होगा उसे कोई गुलाम नहीं बना सकता, कोई उसके कंधे पर खड़ा नहीं हो सकता है. इसी विचारधारा ने देश को आजादी दिलाई, हिंदुस्तान को खड़ा किया.
उन्होंने कहा कि एक तरफ आजादी की विचारधारा है और दूसरी तरफ गुलामी की विचारधारा है. जिनसे मैं लड़ रहा हूं वो हिंदुस्तान को झुकाना चाहते हैं. राहुल गांधी ने कहा जो लोग गांधी जी की विचारधारा को मानते हैं, वे लड़ रहे हैं.
वर्ष 2014 में एक चुनावी रैली में उन्होंने दावा किया था कि आरएसएस ने महात्मा गांधी की हत्या की थी.
आरएसएस के एक स्थानीय पदाधिकारी ने कांग्रेस उपाध्यक्ष के खिलाफ मामला दर्ज कराया था. राहुल मंगलवार शाम मुंबई पहुंच गए थे और सुबह भिवंडी के लिए निकले. राहुल गांधी को सुबह दस बजे पड़ोस के ठाणे जिले में भिवंडी कोर्ट में पेशी के लिए उपस्थित होना है.
मुंबई से भिवंडी के लिए निकले राहुल गांधी
मुंबई के बाहरी इलाके में स्थित शहर में 2014 में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने दावा किया था कि ‘आरएसएस के व्यक्ति ने गांधी की हत्या की.’ उन्होंने महात्मा गांधी की हत्या पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के खिलाफ अपनी टिप्पणी के लिए मानहानि मामले में 1 सितंबर को आरोपी के तौर पर मुकदमे का सामना करने का फैसला करते हुए उच्चतम न्यायालय में कहा कि वह अपने बयान के ‘हर शब्द’ पर कायम हैं.
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