कोल इंडिया और एससीसीएल के कर्मचारियों ने पेंशन धारकों के लिए सेवानिवृत्ति लाभ के संशोधन में अनुचित देरी के विरोध में पांच दिसंबर को राष्ट्रीय राजधानी में एक दिन के धरने का आह्वान किया है. कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और अन्य राज्यों के कोयला क्षेत्र के पेंशनभोगी अपनी समस्याओं के त्वरित निवारण के लिए नई दिल्ली के जंतर-मंतर पर एकत्रित होंगे.
कोल इंडिया और सिंगरेनी कोलियरीज कंपनी लिमिटेड (SCCL) के कार्यकारी और गैर-कार्यकारी स्तर के सेवारत और सेवानिवृत्त कर्मचारी प्रदर्शन में शामिल होंगे.
एआईसीपीए और एआईएसीई द्वारा एक संयुक्त प्रेस बयान के अनुसार, ‘‘ऑल इंडियन कोल पेंशनर्स एसोसिएशन (AICPA) और ऑल इंडिया एसोसिएशन ऑफ कोल एक्जीक्यूटिव्स (AIACE) अन्य कोयला खनिक पेंशन धारकों और कल्याण संगठनों के साथ मिलकर सीएमपीएस (कोयला खदान पेंशन योजना) 1998 और कोयला खनिकों के लिए पेंशन संशोधन की समीक्षा के लिए पांच दिसंबर, 2022 को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर के पास एक दिवसीय धरना देंगे.''
एआईएसीई सेवारत और सेवानिवृत्त अधिकारियों का एक संगठन है, एआईसीपीए में कोल इंडिया और एससीसीएल के कार्यकारी और गैर-कार्यकारी दोनों कर्मचारी शामिल हैं.
एआईसीपीए के संयोजक पीके राठौड़ ने कहा, ‘‘हम धरना दे रहे हैं, ताकि हम पेंशनभोगियों की पेंशन में संशोधन और वृद्धि बिना किसी देरी के जल्द से जल्द लागू हो.''
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