कृषि कानूनों की वापसी के बाद किसान आंदोलन Farmers Pprotest) खत्म हो चुका है और किसान नेता भी अपने लाव लश्कर के साथ घरों की रवाना हो रहे हैं. इनमें भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता राकेश टिकैत (Rakesh tikait) की सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है, जिन्होंने यह संकल्प लिया था कि इन कानूनों के रद्द होने के बाद ही वो अपने घर को वापस लौटेंगे. टिकैत के स्वागत के लिए उनके गांव में भव्य तैयारियां चल रही हैं. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर का सिसौली अपने नेता के लिए जोशोखरोश से तैयारियों में जुटा है.
इसके लिए सिसौली में भारतीय किसान यूनियन के भवन को भी दुल्हन की तरह सजाया गया है. राकेश टिकैत की 383 दिन बाद ऐतिहासिक घर वापसी को भाकियू ने सिसौली में मंगलवार को पंचायत का आयोजन किया. यहां लड्डू तैयार किए जा रहे हैं. सिसौली में किसान भवन को दुल्हन की तरह सजाया गया है.
मौका है 383 दिन बाद चौधरी राकेश टिकैत सहित किसान आंदोलन की सफलता के बाद घर वापसी कर रहे है. किसान इस अवसर को ऐतिहासिक बनाना चाहते है. इसके लिए सर्व खाप मुख्यालय सौरम और भाकियू मुख्यालय सिसौली में बड़े पैमाने पर तैयारी की जा रही है.
भाकियू नेता धर्मेंद्र मलिक के मुताबिक, बुधवार को हवन के बाद 9 बजे चौधरी राकेश टिकैत गाजीपुर बॉर्डर से रवाना होकर मोदीनगर, मेरठ, दौराला टोल प्लाजा, मंसूरपुर होते हुए सौरम व सिसौली पहुचेंगे. गाज़ियाबाद के दुहाई से ही जगह-जगह स्वागत की तैयारियां हो रही हैं. गाजीपुर से सिसौली तक सैकड़ों जगह स्वागत और भंडारे/लंगर की तैयारी पूरी हो चुकी है.
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