विज्ञापन
This Article is From Aug 02, 2017

डराओ मत, धमकाओ मत, डेमोक्रेसी में ऐसे काम नहीं चलता : संसद में मल्लिकार्जुन खड़गे

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि पहले गुजरात में डराया और अब बेंगलुरु में डरा धमका रहे हैं.

डराओ मत, धमकाओ मत, डेमोक्रेसी में ऐसे काम नहीं चलता :  संसद में मल्लिकार्जुन खड़गे
बेंगलुरु के छापों की गूंज संसद तक
Quick Reads
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
छापे राजनीति से प्रेरित हैं : खड़गे
राज्यसभा चुनाव जीतने के लिए ऐसा हो रहा है
छापों का विधायकों से लेना-देना नहीं
नई दिल्ली: बेंगलुरु में आईटी के छापों को लेकर संसद में जमकर हंगामा हो रहा है. कांग्रेस ने इन छापों की टाइमिंग को लेकर सवाल उठाया है. कांग्रेस का आरोप है कि राज्यसभा चुनाव जीतने के लिए यह बदले की कार्रवाई की जा रही है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि पहले गुजरात में डराया और अब बेंगलुरु में डरा धमका रहे हैं. एक राज्यसभा चुनाव जीतने के लिए राजनीतिक बदले की कार्रवाई की जा रही है. कल के दिन आपको भी इस तरह की मुसीबत झेलनी पड़ेगी. ऐसे डराओ मत, धमकाओ मत, डेमोक्रेसी में ऐसे काम नहीं चलेगा.  दरअसल, बेंगलुरु के उस रिसॉर्ट में आयकर विभाग का छापा पड़ा है जहां ख़रीद-फ़रोख़्त से बचाने के लिए गुजरात कांग्रेस के 44 विधायकों को रखा गया है. साथ ही कर्नाटक के ऊर्जा मंत्री डीके शिवकुमार के घर और दूसरे ठिकानों पर भी छापा पड़ा है. डीके शिवकुमार और उनके भाई डीके सुरेश पर ही रिसॉर्ट में रखे कांग्रेस विधायकों की देखरेख का ज़िम्मा है. इसे लेकर वित्तमंत्री अरुण जेटली ने सफाई दी कि रिसॉर्ट में किसी विधायक के कमरे की तलाशी नहीं ली गई. आयकर की छापेमारी सिर्फ एक मंत्री तक सीमित. उसी मंत्री के 39 ठिकानों पर छापेमारी की गई है.

पढ़ें: बेंगलुरु की छापेमारी की गूंज संसद तक पहुंची, गुलाम नबी आजाद बोले- 15 करोड़ आपकी पार्टी बांट रही है हम नहीं

डर, भय एक राज्य से दूसरे राज्य पहुंचा : आजाद
वहीं कांग्रेस के सांसद गुलाम नबी आजाद ने कहा कि विधायकों को डराने धमकाने के लिए एजेंसियों का इस्तेमाल हो रहा है. ये लोकतंत्र के खिलाफ है. पैसे बांटने का आरोप आपकी पार्टी पर है हमारी पार्टी पर नहीं तो रेड भी उन पर करो. कोई भी चुनाव बिना भय के और निष्पक्ष होना चाहिए. डर और भय एक राज्य से दूसरे राज्य तक भी पहुंच गया. वहां भी पीछा नहीं छोड़ा.

पढ़ें: अहमद पटेल ने कहा- यह 'रेड राज' है, सभी को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से डराना चाहती है बीजेपी​

अरुण जेटली की सफाई
इसे लेकर वित्तमंत्री अरुण जेटली ने सफाई दी कि रिसॉर्ट में किसी विधायक के कमरे की तलाशी नहीं ली गई. आयकर की छापेमारी सिर्फ एक मंत्री तक सीमित. उसी मंत्री के 39 ठिकानों पर छापेमारी की गई है.मंत्री के घर से 5 करोड़ रुपयों की बरामदगी हुई है.

आयकर विभाग का बयान
हालांकि आयकर विभाग ने बयान जारी कर कहा है कि कांग्रेस विधायकों से छापे का लेना-देना नहीं. छापा सिर्फ़ कर्नाटक के मंत्री पर हुआ है. रिसॉर्ट में सिर्फ़ मंत्री के कमरे की तलाशी हुई. छापों का समय काफ़ी पहले तय हो चुका था. रिसॉर्ट में विधायकों का होना महज़ संयोग है.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com