उत्तर प्रदेश में मंगलवार को होने वाले राज्यसभा चुनाव में विधायक राजा भैया और उनके साथी विधायक बीजेपी के पक्ष में वोट देंगे. बीजेपी ने इस चुनाव में अपना आठवां उम्मीदवार उतारकर चुनाव को रोमांचक बना दिया है. जनसत्ता दल के अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने एनडीटीवी से कहा कि वो और उनके दूसरे विधायक बीजेपी के साथ हैं, कल वो बीजेपी के पक्ष में मतदान करेंगे.
राज्यसभा चुनाव से पहले ओमप्रकाश राजभर ने भी राजा भैया से मुलाकात की है.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने दावा किया है कि पार्टी के आठों प्रत्याशी चुनाव जीतेंगे. चौधरी ने कहा, ‘‘विधानसभा में हमारे पास दो तिहाई से अधिक बहुमत है और कई लोग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में किए गए कार्यों से प्रभावित हैं.''
समाजवादी पार्टी (सपा) से 2019 में भाजपा में शामिल हुए पेशे से उद्योगपति (बिल्डर) सेठ ने कहा, ‘‘हम प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किये जा रहे विकास कार्यों के साथ हैं.''
विधानसभा में बीजेपी के 252 और सपा के 108 सदस्य
उत्तर प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 252, सपा के 108 और कांग्रेस के दो सदस्य हैं. सपा और कांग्रेस राज्य में विपक्षी दल हैं और लोकसभा चुनाव में भाजपा का मुकाबला करने के लिए विपक्षी पार्टियों के गठबंधन ‘इंडिया' में भागीदार भी हैं.
सदन में भाजपा के सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) के 13, जबकि निषाद पार्टी के छह सदस्य हैं. रालोद के नौ, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के छह, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के दो और बसपा का एक सदस्य है. उप्र में राज्यसभा प्रत्याशी को जीतने के लिये 37 वोट चाहिए. 403 सदस्यों वाली उप्र विधानसभा में इस समय कुल 399 सदस्य हैं.
हाल ही में राजग का दामन थामने वाले राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) के नौ विधायकों को भी जोड़ लें तो राजग का संख्या बल 286 पर पहुंच जाता है. रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल के भी दो विधायक हैं जो समय-समय पर सरकार के साथ खड़े नजर आए हैं. इन्हें भी जोड़ लें तो राजग का आंकड़ा 288 हो जाता है.
सुभासपा के विधायक अब्बास अंसारी और सपा विधायक इरफान सोलंकी अलग-अलग मामलों में जेल में बंद हैं. सपा के 108 विधायक हैं, कांग्रेस के दो और बसपा का एक विधायक है.
लेकिन इरफान सोलंकी के जेल से आकर वोट डालने पर संदेह है और पल्लवी पटेल ने साफ कह दिया है कि वो बच्चन-रंजन को वोट नहीं देंगी. ऐसे में सपा के अपने दो वोट पर संदेह है. बसपा विधायक का वोट सपा को मिल पाएगा, इसकी संभावनाएं भी ना के बराबर ही मानी जा रही हैं. अगर ऐसा होता है तो सपा के पास तीसरी सीट के लिए 28 से 29 वोट ही बचेंगे.
दूसरी तरफ, रालोद के पाला बदल के बाद भाजपा के पास सात उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करने के बाद भी करीब 29 वोट अधिक हैं.
सपा उम्मीदवार के चयन से नाराज हैं विधायक पल्लवी पटेल
सपा की, सिराथू से विधायक पल्लवी पटेल ने पार्टी की तरफ से घोषित किए गए प्रत्याशियों को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने राज्यसभा के प्रत्याशियों के चयन में पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक वर्गों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए सपा प्रत्याशियों को वोट न देने का ऐलान किया है.
राज्यसभा चुनाव के लिए मतदान 27 फरवरी को होगा और नतीजे उसी दिन घोषित किए जाएंगे.
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