ओडिशा के बालासोर में हुए रेल हादसे की जांच अब सीबीआई करेगी. सूत्रों के अनुसार रेल मंत्रालय ने इस हादसे की जांच सीबीआई से करने की मांग की है. रेल मंत्रालय की मांग के बाद इसे लेकर डीओपीटी एक अधिसूचना जारी करेगा. अधिसूचना जारी होने के बाद सीबीआई इस घटना को लेकर एक मामला दर्ज कर अपनी जांच शुरू करेगी. बता दें कि बालासोर में हुए रेल हादसे में अभी तक 275 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि बड़ी संख्या में घायलों का इलाज चल रहा है.
इस हादसे के बाद घटनास्थल पर अभी मरम्मत का कार्य कैसे हो रहा है और अभी तक कितना काम किया जा चुका है इससे अवगत कराने के लिए रेल मंत्री अश्विनी ने एक ट्वीट किया है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि शाम 4.45 बजे तक अप-लाइन की ट्रैक लिकिंग का काम पूरा हो गया है. अब ओवरहेड इलेक्ट्रिफिकेशन का काम चल रहा है.
Track linking of Up-line has been done at 16:45 hrs.
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) June 4, 2023
Overhead electrification work started.
पीएम मोदी ने किया था घटनास्थल का दौरा
बता दें कि इस घटना की जानकारी मिलने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घटनास्थल का दौरा भी किया था. पीएम मोदी घटनास्थल का दौरा करने के बाद कटक के उस अस्पताल में भी गए थे जहां घायलों का इलाज चल रहा है. उन्होंने वहां घायलों से बात भी की साथ ही डॉक्टरों से भी घायलों की सेहत के बारे में जानकारी ली थी.
रेलवे ने बताया कैसे हुई दुर्घटना
इस घटना को लेकर रेलवे बोर्ड की सदस्य (ऑपरेशन एंड बीडी,) जया वर्मा सिन्हा ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और हादसे के बारे में जानकारी दी. सिन्हा ने बताया कि दुर्घटना जिस स्टेशन पर हुई, वहां चार प्लेटफार्म हैं. बीच में दो मेन लाइन और बगल में दो लूप लाइन हैं. वहां एक लूप लाइन पर मालगाड़ी (Goods Train) खड़ी थी.
वहीं से चेन्नई से हावड़ा ट्रेन जा रही थी और हावड़ा से दूसरी ट्रेन आ रही थी. दोनों मेन लाइन पर सिग्नल ग्रीन था. कोरोमंडल एक्सप्रेस (Coromandel Train) की स्पीड 128kmph थी. वहीं यशवंतपुर एक्सप्रेस 126 kmph की स्पीड पर थी. दोनों ट्रेन की स्पीड 130 किलो मीटर प्रति घंटे तय की गई थी, मतलब ये कि घटना के समय दोनों ही ट्रेन अपनी तय की गई स्पीड से कम पर चल रहीं थी.
जया सिन्हा ने कहा कि सिग्नलिंग में कोई परेशानी नहीं पाई गई. सिर्फ कोरोमंडल एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हुई थी. दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद इस ट्रेन का इंजन और कोच, मालगाड़ी के ऊपर चढ़ गए थे. मालगाड़ी आयरन ओर से लदी हुई थी.आयरन ओर से लदे होने के कारण ही यात्री ट्रेन को ज्यादा क्षति पहुंची है. कोरोमंडल के डिब्बे डाउन लाइन पर आ गए जिस पर यशवंतपुर एक्सप्रेस गुजर रही थी और इस वजह से ही यशवंतपुर एक्सप्रेस के भी दो डिब्बे डिरेल हो गए.
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