भोपाल:
नौकर के साथ अप्राकृतिक कृत्य करने के आरोपों से घिरे पूर्व वित्तमंत्री राघवजी को भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया गया है, वहीं पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया है।
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने रविवार को संवाददाता सम्मेलन में बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ हुई वरिष्ठ नेताओं की बैठक में राघवजी को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित करने का फैसला लिया गया है। यह कार्रवाई प्रथम दृष्टया सामने आए तथ्यों के आधार पर की गई है।
तोमर ने बताया कि हबीबगंज थाने में शिकायत देने वाला फरियादी शुक्रवार से लापता था, रविवार को वह सामने आया और उसने हबीबगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। उसके बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व मुख्यमंत्री सुंदर लाल पटवा, कैलाश जोशी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा, प्रदेश इकाई के उपाध्यक्ष रघुनंदन शर्मा व राज्यसभा सदस्य अरविंद दवे की मुख्यमंत्री के साथ बैठक हुई। इस बैठक में राघवजी के मसले पर सर्वसम्मति से फैसला लिया गया।
तोमर ने आगे बताया कि राघवजी के खिलाफ होने वाली जांच के निष्कषरें पर विचार होगा, फिलहाल उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित किया गया है। वहीं तोमर ने पार्टी के संगठन मंत्री अरविंद मेनन पर एक महिला द्वारा लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया।
राघवजी पार्टी द्वारा लिए गए फैसले से आहत हैं। उनका कहना है कि उनकी बात ही नहीं सुनी गई और पार्टी ने एकतरफा फैसला कर लिया। वे अपना पक्ष केंद्रीय नेतृत्व के सामने रखेंगे। वहीं वे विधानसभा के सत्र में जाएंगे या नहीं इसका फैसला आगे करेंगे।
पुलिस ने राजकुमार द्वारा रविवार को दर्ज कराई गई शिकायत पर राघवजी, उनके कर्मचारी शेरसिंह व सुरेश सिंह चौहान के खिलाफ धारा 377 के अलावा अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
राघवजी की सीडी बनवाने का दावा करने वाले शिवशंकर पटैरिया को पार्टी ने शनिवार को ही निलंबित कर दिया था। वहीं राघवजी को पहले मंत्री पद से और अब पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया है।
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने रविवार को संवाददाता सम्मेलन में बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ हुई वरिष्ठ नेताओं की बैठक में राघवजी को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित करने का फैसला लिया गया है। यह कार्रवाई प्रथम दृष्टया सामने आए तथ्यों के आधार पर की गई है।
तोमर ने बताया कि हबीबगंज थाने में शिकायत देने वाला फरियादी शुक्रवार से लापता था, रविवार को वह सामने आया और उसने हबीबगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। उसके बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व मुख्यमंत्री सुंदर लाल पटवा, कैलाश जोशी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा, प्रदेश इकाई के उपाध्यक्ष रघुनंदन शर्मा व राज्यसभा सदस्य अरविंद दवे की मुख्यमंत्री के साथ बैठक हुई। इस बैठक में राघवजी के मसले पर सर्वसम्मति से फैसला लिया गया।
तोमर ने आगे बताया कि राघवजी के खिलाफ होने वाली जांच के निष्कषरें पर विचार होगा, फिलहाल उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित किया गया है। वहीं तोमर ने पार्टी के संगठन मंत्री अरविंद मेनन पर एक महिला द्वारा लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया।
राघवजी पार्टी द्वारा लिए गए फैसले से आहत हैं। उनका कहना है कि उनकी बात ही नहीं सुनी गई और पार्टी ने एकतरफा फैसला कर लिया। वे अपना पक्ष केंद्रीय नेतृत्व के सामने रखेंगे। वहीं वे विधानसभा के सत्र में जाएंगे या नहीं इसका फैसला आगे करेंगे।
पुलिस ने राजकुमार द्वारा रविवार को दर्ज कराई गई शिकायत पर राघवजी, उनके कर्मचारी शेरसिंह व सुरेश सिंह चौहान के खिलाफ धारा 377 के अलावा अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
राघवजी की सीडी बनवाने का दावा करने वाले शिवशंकर पटैरिया को पार्टी ने शनिवार को ही निलंबित कर दिया था। वहीं राघवजी को पहले मंत्री पद से और अब पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया है।
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