मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि हमारे यहां बहुत से नेता-कार्यकर्ता ऐसे हैं, जो अपना दायित्व पूरा करते ही हैं.
- भाजपा के अगले राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन में देरी पर मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि यह हमारे घर का मामला है.
- मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि हमारे यहां पर जिसको जो भी दायित्व मिलता है, वो उसे पूरा करते हैं.
- खट्टर ने बताया कि 2047 तक भारत की शहरी आबादी दोगुनी होकर करीब 90 करोड़ हो जाएगी.
भाजपा का अगला राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन होगा? यह सवाल काफी वक्त से पूछा जा रहा था और अब जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद नए उपराष्ट्रपति को लेकर भी कयास लगाए जा रहे हैं. एनडीटीवी रियल एस्टेट कॉन्क्लेव 2025 में केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल खट्टर से इन दोनों पदों में से एक विकल्प चुनने को लेकर सवाल किया गया तो खट्टर ने कहा कि मैं विकल्प चुनने के लिए पैदा ही नहीं हुआ हूं. मुझे जो सूचना मिलती है, उसके हिसाब से काम करता हूं.
केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने नए भाजपा अध्यक्ष बनाए जाने में देरी के सवाल पर कहा कि यह हमारे घर का मामला है, अनुशासित मामला है, जब चाहेंगे तब बनाएंगे. उन्होंने कहा कि हमारे यहां पर जिसको जो दायित्व मिलता है, वो पूरा करते हैं. सूचना के बाद सोचना नहीं है.
वंशवाद को लेकर विपक्षी दलों पर बरसे
इस दौरान खट्टर ने वंशवाद को लेकर विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा, "... लेकिन उनका क्या करें जो सालों साल से अपने संगठन के बारे में ना विचार कर सके और ना उसे खड़ा कर सके. वो जो वंशावली चलती है, अपने वंशवाद के नाते से. हमारे यहां पर कम से कम वो तो नहीं है. जो आएगा वो अच्छा चलाएगा."
खट्टर से जब भाजपा अध्यक्ष बनाए जाने का सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मेरे पास में काफी काम है. बड़ा काम है. इस काम में इतनी व्यस्तता है. उन्होंने कहा कि हमारे यहां पर बहुत से नेता और कार्यकर्ता ऐसे हैं, जिन्हें कोई दायित्व दिया जाए तो वो उन्हें पूरा करते ही हैं.
खट्टर ने कहा, "जब मैं मुख्यमंत्री था तो मेरे बारे में पूरे हरियाणा और पूरे देश के लोग कहते थे कि यह कौन है. मनोहरलाल कहां से आ गया. आज सब कहते हैं कि नहीं, नहीं. 10 साल में तो बहुत अच्छा काम किया... अब लोग कहते हैं कि तीसरी बार सरकार आई है तो भी उन उन नीतियों के कारण आई है."
विकल्प चुनने के लिए पैदा नहीं हुआ: खट्टर
उपराष्ट्रपति या भाजपा अध्यक्ष में से किस विकल्प को चुनने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं विकल्प चुनने के लिए पैदा ही नहीं हुआ हूं. मुझे जो सूचना मिलती है, उसके हिसाब से काम कर देता हूं.
उन्होंने कहा कि हमें जिस काम का जब दायित्व मिलता है, उसे उसी वक्त से करना शुरू कर देते हैं. हमें कोई फर्क नहीं पड़ता है. जो काम है वो पर्याप्त है, वो कम नहीं है. अगर वो भी न हो और ये भी न हो तो भी हमारे पास में नया काम बहुत है, ढूंढ लेंगे.
2047 तक दोगुनी होगी शहरी जनसंख्या: खट्टर
इस दौरान उन्होंने कहा कि यह सदी ना सिर्फ देश के लिए बल्कि दुनिया के लिए शहरों की सदी है. इस सदी में शहरीकरण जिस तरह से बढ़ रहा है, वह अपने आप में बहुत ही महत्वपूर्ण है. उन्होंने बताया कि आज हमारे देश में कुल आबादी का 35 फीसदी (45 करोड़ लोग) शहरों में है. आने वाले समय में 2047 तक यह संख्या दोगुनी हो जाएगी.
उन्होंने कहा कि देश में छोटे-बड़े शहरों की संख्या 5020 है. 10 लाख से ज्यादा आबादी वाले 60 शहर हैं. हमें इन शहरों पर ज्यादा फोकस करना होगा. उन्होंने कहा कि देश में करीब 500 शहर ऐसे हैं, जहां पर 1 लाख से ज्यादा आबादी है.
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