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This Article is From Apr 13, 2021

पुणे में एक दिन में आए कोरोना संक्रमण के 9,621 नए मामले, बाजार की तस्वीर देख हो जाएंगे हैरान

पुणे में धारा 144 लागू है, जिसका मतलब है कि 5 या उससे ज्यादा लोग एक साथ नहीं घूम सकते, लेकिन बाजार में इसका पालन होता नहीं दिख रहा है.

पुणे में एक दिन में आए कोरोना संक्रमण के 9,621 नए मामले, बाजार की तस्वीर देख हो जाएंगे हैरान
पुणे में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच बाजारों में भीड़ से चिंता और बढ़ी

महाराष्ट्र (Maharashtra Coronavirus) में कोरोना (Corona) बेकाबू हो गया है. पुणे में भी लगातार मामले बढ़ रहे हैं. बढ़ते मामलों के  बावजूद सोशल डिस्टेनसिंग का कोई पालन होता नजर नहीं आ रहा. बाजार में भीड़ है. राज्य में धारा 144 लागू है, जिसका मतलब है कि 5 या उससे ज्यादा लोग एक साथ नहीं घूम सकते, लेकिन बाजार में इसका पालन होता नहीं दिख रहा है. पिछले 24 घंटे में पुणे में कोरोना के  9621 मामले दर्ज किए गए, 86 लोगों की मौत हुई. रविवार को 87 लोगों की मौत हुई थी.

बता दें कि महाराष्ट्र में कोविड-19 संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच स्वास्थ्य व्यवस्थाएं बुरी तरह से चरमरा गई हैं. सोमवार को पालघर जिले के नालासोपारा के एक अस्पताल में एक दिन में ही सात कोरोना मरीजों की मौत हो हई. जिसके बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया. उनका आरोप है कि अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी है जिसके कारण लोगों की मौत हो रही है. जबकि अस्पताल प्रशासन का कहना है कि सभी मरीजों की हालत गंभीर थी. पूरी कोशिश के बाद भी उन्हें नही बचाया जा सका गया. पुलिस ने लोगों को किसी तरह समझा बुझा कर मामला शांत किया. प्राप्त जानकारी के अनुसार य़ह घटना पालघर जिले के नालासोपारा में विनायका अस्पताल की है.  

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सोमवार देर शाम आचोले रोड के विनायका अस्पताल में 7 मरीजों की मौत के बाद मृतकों के परिजनों ने जमकर हंगामा किया. पुलिस ने मौके पर पहुचकर लोगों को समझा कर मामला शान्त किया. परिजनों ने आरोप लगाया कि अगर सुबह ही डॉक्टर ऑक्सीजन की कमी बता देते तो हम मरीज को मुंबई या अन्य जगह ले जाते. उन्होंने आरोप लगाया कि इन मौतो में डॉक्टरों व अस्पताल की भारी लापरवाही है. हालांकि अस्पताल प्रशासन ने मरीजो  की मौत की उनका गंभीर रूप से बीमार होना बताया है. 

डॉक्टरों के अनुसार ज्यादातर मरीजों को डायबिटीज थी, कुछ उम्रदराज थे. सभी मृतक ICU में थे, कुछ को रेमडिसवीर देकर बचाने की कोशिश भी की गईं लेकिन नही बचाया जा सका. बताते चलें कि वसई- विरार परिसर में पिछले कई दिनों से अस्पतालो में ऑक्सीजन की भारी कमी का आरोप लगा रहा है जिसे देखते हुए सोमवार की सुबह ऑक्सीजन की कमी को देखते वसई विरार के महापौर राजीव पाटील ने ऑडिय़ो जारी कर अस्पतालों से ऑक्सीजन बढ़ाने की मांग की थी. 

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