हिमाचल प्रदेश के सभी 12 जिलों पर देवभूमि संघर्ष समिति आज धरना प्रदर्शन करेगी. सभी जिलों में होने वाले प्रदर्शनों में से शिमला जिला मुख्यालय पर होने जा रहे प्रदर्शन पर सभी की नजर रहेगी. इससे पहले 11 सितंबर को शिमला के संजौली इलाके में हिंदू संगठनों ने बड़ा प्रदर्शन किया था. एहतियात के तौर पर जिला प्रशासन ने यहां धारा- 163 लागू की थी. यहां पांच या पांच से ज्यादा लोगों के एकत्रित होने पर पाबंदी थी. इसके बावजूद, यहां हजारों प्रदर्शनकारी एकत्रित हुए. प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस ने यहां वॉटर कैनन के इस्तेमाल के साथ लाठीचार्ज भी किया. जवाब में प्रदर्शनकारियों की ओर से भी पुलिस पर पथराव किया गया था.
देवभूमि संघर्ष समिति की मुख्य मांगें
- भारत सरकार से वक्फ बोर्ड को समाप्त करने की मांग
- हिमाचल में बन रही अवैध मस्जिदों और मजारों के निर्माण पर रोक
- अवैध घुसपैठियों को रोकने के लिए प्रशासन को ज्ञापन
- संजौली मस्जिद मामले के जल्द निपटारा किया जाए.
हिमाचल प्रदेश देवभूमि संघर्ष समिति के सह संयोजक मदन ठाकुर ने कहा कि राज्य भर के सभी मुख्यालय में यह धरना प्रदर्शन होने जा रहा है. उन्होंने कहा कि देवभूमि संघर्ष समिति जिला उपायुक्त, जिला पुलिस अधीक्षक और नगर निगम शिमला के आयुक्त का घेराव करेगी. देवभूमि संघर्ष समिति शांतिपूर्वक तरीके से अपनी मांगों को प्रशासन के समक्ष रखेगी. प्रशासन से अपील की जाएगी कि इन सभी मांगों पर विशेष ध्यान दिया जाए.
जेल भरो आंदोलन की चेतावनी
बता दें कि 5 अक्टूबर को नगर निगम आयुक्त के कोर्ट में संजौली मस्जिद के मामले में सुनवाई होनी है. देवभूमि संघर्ष समिति चाहती है कि इस मामले का जल्द से जल्द निपटारा किया जाए. उन्होंने कहा कि अगर इस मामले को टालने की कोशिश की जाती है और जन भावनाओं के मुताबिक फैसला नहीं आता है, तो 5 अक्टूबर के बाद राज्य भर में जेल भरो आंदोलन की शुरुआत की जाएगी.
शिमला से वीडी शर्मा की रिपोर्ट
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