संगम नगरी में गंगा और यमुना दोनों नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं बड़ी ही रफ्तार से दोनों नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. 30 से ज्यादा एनडीआरएफ की टीम की मदद से बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में चलाया रेस्क्यू ऑपरेशन जा रहा है और लोगो को खाद्य सामग्री पहुंचाई जा रही है. डीएम संजय खत्री और बीजेपी विधायक हर्षवर्धन बाजपेई ने बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा किया है और ग्राउंड जीरो पर बोट से डीएम और बीजेपी विधायक ने लोगों को एनडीआरएफ की टीम की मदद से राहत सामग्री घर घर पहुचाई है.
डीएम के मुताबिक, 14 बाढ़ राहत शिविरों में अब तक 2700 लोग पहुंच चुके हैं. जिला प्रशासन ने 20 नावें और 45 मोटर बोट लगाई हैं. इसके साथ ही एनडीआरएफ और जल पुलिस की भी तैनाती कर दी गई है. बाढ़ में फंसे 26 लोगों को एनडीआरएफ टीम ने रेस्क्यू कर बाहर निकाला है. हालांकि, बाढ़ के बावजूद तेजी से पानी बढ़ रहा है अभी नदियों का जलस्तर और बढ़ेगा. क्योंकि मध्यप्रदेश में केन, बेतवा और चंबल नदियों से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है. जबकि गंगा नदी में टिहरी, नरौरा और कानपुर डैम से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है.
डीएम ने कल ही मीडिया को बताया था कि अगले 3 दिनों तक पानी बढ़ेगा, क्योकि चम्बल से 24 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है. गंगा-यमुना दोनों नदियों वाटर लेवल 87 मीटर के पार पहुंचने की संभावना है, आज शाम 6 तक गंगा यमुना उफान पर हैं. गंगा का जलस्तर 84.95 है और यमुना का जलस्तर 84.87 है. जबकि 7 बजे शाम गंगा नदी का जलस्तर 85 मीटर के ऊपर जा चुका है.
जिला प्रशासन ने सभी 98 बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया है और सिंचाई विभाग के कंट्रोल रूम से 24 घंटे नजर रखी जा रही है. हर 2 घंटे पर बाढ़ नियंत्रण केंद्र सिंचाई विभाग के कंट्रोल रूम द्वारा नदियों के बढ़ते जलस्तर को दर्ज किया जा रहा है. बाढ़ को देखते हुए स्वास्थ्य महकमे ने भी जगह जगह हेल्थ कैंप खोल दिए हैं. जिला प्रशासन बाढ़ की हर चुनौती से निपटने का दावा कर रहा है.
डीएम और विधायक ने लोगों से अपील की है कि गंगा यमुना दोनों नदियां खतरे के निशान को पार कर तेजी से बढ़ रही है. ऐसे में बाढ़ को देखते हुए लोग बाढ़ राहत शिविरों में चले जाएं. शहर उत्तरी से बीजेपी विधायक हर्षवर्धन बाजपेई ने भी जनता से अपील की कि जो लोग बाढ़ में फंसे हैं, प्रशासन उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचा रहा या फिर खुद भी जा सकते हैं. जिन इलाकों में पानी आ गया है लोग पानी बढ़ने का इंतजार ना करें और विधायक के मुताबिक बाढ़ ग्रस्त लोगों की मदद की जा रही है, कहा बाढ़ की समस्या दूर करने के लिए छोटे-छोटे बांध बनाए जाएंगे.
प्रयागराज में आई बाढ़ की चपेट दर्जनों इलाकों में एक मंजिल तक घर डूब गए है, दारागंज, नागवासुकि, कछारी इलाका बघाड़ा, सलोरी, राजापुर, गंगानगर, रसूलाबाद, तेलियरगंज, फाफामऊ, करेली , गौस नगर ऐसे तमाम निचले इलाको में गंगा यमुना का पानी घुस चुका है. प्रयागराज के प्रयागराज संजय खत्री ने बताया कि गंगा का जलस्तर काफी तेजी से बढ़ रहा है. इसके मद्देनजर निचले इलाके के लोगों को बाढ़ शरणालय में शिफ्ट किया जा रहा है.
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