मुंबई:
महाराष्ट्र पुलिस के उस अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है जिससे राज्य विधानसभा परिसर में विधायकों ने मारपीट की थी जबकि इस घटना में कथित रूप से शामिल दो विधायक जमानत पर जेल से रिहा हो गए।
गृह मंत्री आरआर पाटिल ने गत कुछ दिनों से पुलिस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग का लेकर विधानमंडल के दोनों सदनों की कार्यवाही बाधित करने वाले विधायकों से शांति बहाली के प्रयासों के तहत बहुजन विकास अगाढ़ी विधायक क्षितिज ठाकुर के साथ दुर्व्यवहार करने वाले सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन सूर्यवंशी को निलंबित करने की सदन में घोषणा की।
पाटिल ने कहा कि उन्होंने सूर्यवंशी की ठाकुर के साथ बांद्रा-वर्ली सीलिंक पर 18 मार्च को हुए ‘वाकयुद्ध’ की सीडी देखी जिसके बाद उन्होंने विधान परिषद में घोषणा की कि घटना की जांच की जाएगी और अधिकारी को जबरन छुट्टी पर भेजा जाएगा। उन्होंने कहा, ‘डीसीपी एसआर निलेवद (यातायात दक्षिण) की प्रारंभिक जांच के अनुसार सूर्यवंशी ने ठाकुर के साथ अशिष्ट व्यवहार किया जो कि एक पुलिस अधिकारी के लिए अनुचित है। अधिकारी को जांच पूरी होने तक निलंबित किया जाएगा।’
गृह मंत्री आरआर पाटिल ने गत कुछ दिनों से पुलिस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग का लेकर विधानमंडल के दोनों सदनों की कार्यवाही बाधित करने वाले विधायकों से शांति बहाली के प्रयासों के तहत बहुजन विकास अगाढ़ी विधायक क्षितिज ठाकुर के साथ दुर्व्यवहार करने वाले सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन सूर्यवंशी को निलंबित करने की सदन में घोषणा की।
पाटिल ने कहा कि उन्होंने सूर्यवंशी की ठाकुर के साथ बांद्रा-वर्ली सीलिंक पर 18 मार्च को हुए ‘वाकयुद्ध’ की सीडी देखी जिसके बाद उन्होंने विधान परिषद में घोषणा की कि घटना की जांच की जाएगी और अधिकारी को जबरन छुट्टी पर भेजा जाएगा। उन्होंने कहा, ‘डीसीपी एसआर निलेवद (यातायात दक्षिण) की प्रारंभिक जांच के अनुसार सूर्यवंशी ने ठाकुर के साथ अशिष्ट व्यवहार किया जो कि एक पुलिस अधिकारी के लिए अनुचित है। अधिकारी को जांच पूरी होने तक निलंबित किया जाएगा।’
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं