प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी जयंती पर स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर पुष्पांजलि अर्पित की. साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने सरदार पटेल की जयंती पर एकता की शपथ भी ली. सरदार पटेल देश के पहले गृह मंत्री थे और उन्होंने आजादी के बाद भारत के एकीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई इसलिए उनकी जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में भी मनाया जाता है.
प्रधानमंत्री मोदी ने लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 148वीं जयंती पर कहा कि राष्ट्रीय एकता के लिए उनकी प्रतिबद्धता आज भी सभी का मार्गदर्शन करती है. पीएम मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, "सरदार पटेल की जयंती पर, हम उनकी अदम्य भावना, दूरदर्शी नेतृत्व और असाधारण समर्पण को याद करते हैं, जिससे उन्होंने हमारे राष्ट्र के भाग्य को आकार दिया. राष्ट्रीय एकता के लिए उनकी प्रतिबद्धता आज भी हमारा मार्गदर्शन करती है. हम हमेशा उनकी ऋणी रहेंगे."
गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए नरेंद्र मोदी ने साल 2013 में स्टैचू ऑफ यूनिटी का शिलान्यास किया था और पीएम बनने के बाद साल 2018 में विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा के रूप में 'स्टैचू ऑफ यूनिटी' को देश को समर्पित किया था. तकरीबन 2989 करोड़ में विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा बनकर तैयार हुई, जहां पर अब तक 1.53 करोड़ पर्यटक आ चुके हैं. इस प्रतिमा के बाद स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त हुए साथ ही गुजरात और देश के पर्यटकों को एक नया पर्यटन स्थल भी.
वहीं, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कई प्रमुख नेताओं ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर मंगलवार को उन्हें श्रद्धांजलि दी. राष्ट्रीय राजधानी के पटेल चौक पर आयोजित एक विशेष समारोह में राष्ट्रपति मुर्मू, धनखड़, शाह और अन्य नेताओं ने भारत के पहले गृह मंत्री की जयंती पर उनकी प्रतिमा पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की. पटेल चौक पर हुए समारोह में दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना और विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी समेत अन्य लोग शामिल हुए.
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