विज्ञापन
This Article is From Aug 15, 2017

पीएम नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर भीड़ द्वारा हमले की निंदा की

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि आस्था के नाम पर हिंसा को कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को प्रत्यक्ष तौर पर गोरक्षकों पर निशाना साधते हुए कहा कि अपनी आस्था के नाम पर हिंसा करने जैसी घटनाएं अस्वीकार्य हैं.

पीएम नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर भीड़ द्वारा हमले की निंदा की
पीएम नरेंद्र मोदी.
Quick Reads
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
पीएम नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को किया संबोधित
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पीएम ने अपनी बात कही
भीड़ द्वारा लोगों की हत्या पर पीएम ने दिया संदेश
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि आस्था के नाम पर हिंसा को कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को प्रत्यक्ष तौर पर गोरक्षकों पर निशाना साधते हुए कहा कि अपनी आस्था के नाम पर हिंसा करने जैसी घटनाएं अस्वीकार्य हैं. उन्होंने लाल किला पर स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दिए अपने भाषण में कहा, "आस्था के नाम पर हिंसा प्रसन्न होने की बात नहीं है. भारत में यह स्वीकार नहीं किया जाएगा. भारत शांति, एकता और सौहार्द का देश है. जातिवाद और सांप्रदायिकता से हमें कुछ लाभ नहीं होगा." 

पीएम मोदी ने कहा, "जातिवाद और सांप्रदायिकता का जहर हमारे देश के लिए कभी फायदेमंद साबित नहीं हो सकता और इसका समर्थन नहीं किया जाना चाहिए." 

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आज लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र के नाम संबोधन में पीएम मोदी ने जातिवाद और संप्रदायवाद को देश के लिये 'जहर' बताया. प्रधानमंत्री का यह बयान गोरक्षा के नाम पर भीड़ द्वारा लोगों को पीट पीट कर मार डालने की हाल की घटनाओं के परिप्रेक्ष्य में अहम है.


उन्होंने कहा कि देश में आस्था के नाम पर हिंसा को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. प्रधानमंत्री ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अंग्रेजों के खिलाफ दिये गये 'भारत छोड़ो' नारे की तर्ज पर सामाजिक सौहार्द और शांति को बढ़ावा देने के लिये 'भारत जोड़ो' नारा दिया.
VIDEO : लाल किले से पीएम नरेंद्र मोदी का भाषण

पीएम मोदी ने जातिवाद और संप्रदायिकता को समाज के लिये जहर करार देते हुये कहा कि इस तरह की समस्यायें किसी भी लिहाज से देशहित में नहीं हैं. भारत को महात्मा गांधी और भगवान बुद्ध की धरती बताते हुये उन्होंने कहा कि देश की समावेशी संस्कृति सबको एकसाथ विकास के मार्ग पर ले जाने का संदेश देती है. ऐसे में आस्था के नाम पर हिंसा को स्वीकार नहीं किया जा सकता.
क्लिक करें: आजादी@70 पर हमारी खास पेशकश.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com