पीएम मोदी ने आगे कहा, ''हमने कहा था कि छोटे किसान, खेत मजदूर, छोटे दुकानदार और छोटे व्यापारियों के लिए 60 वर्ष की आयु के बाद पेंशन की व्यवस्था करेंगे. ये संकल्प भी हमने आते ही पूरा कर दिया. कांग्रेस के इरादे और कारनामे इसी के साथ ये स्थिति पैदा हुई है. कांग्रेस के साथ JMM और RJD और बचे-खुचे वामपंथी जैसे इनके सहयोगी हमेशा यही करते रहे हैं.''
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उन्होंने रैली में यह भी कहा, ''भाजपा ने सिर्फ 6 महीने में दिखाया है कि संकल्प चाहे कितने भी बड़े हों, कितने भी मुश्किल हों, उन्हें पूरा करने के लिए हम दिन-रात एक कर देते हैं. हमने सरकार बनते ही जलशक्ति का अलग मंत्रालय बनाया, इसके लिए अलग बजट जारी किया और जल शक्ति मिशन भी शुरू कर दिया. बीते 6 महीने में जितने भी फैसले लिए गए हैं इनमें से अनेक ऐसे थे जो दशकों से लटके हुए थे. ये कांग्रेस का चरित्र रहा है कि इन सारों को लटकाने का श्रेय कांग्रेस और उनके सहयोगियों को जाता है. कांग्रेस की हमेशा से ये रणनीति रही है कि मुश्किल फैसलों को टालते रहो, उस पर राजनीति करते रहो. कांग्रेस ने हमेशा अपनी राजनीति के बारे में सोचा है. राष्ट्रहित और राष्ट्रनीति के बारे में सोचने में उनको बड़ी देर लग जाती है.''
प्रधानमंत्री मोदी ने जनसभा रैली संबोधन में यह भी कहा, ''कांग्रेस की यही राजनीति है जिसके कारण सात दशक बाद भी भारत के समाज में अनेक नई मुश्किलें आती हैं दरारे पड़ जाती हैं, दरारें दिखने लगती हैं. 1947 में भारत के टुकड़े हो गए, माता को आजाद कराने के लिए भारत मां की भुजाएं काट दी गई. 1971 में बांग्लादेश का निर्माण हुआ. दोनों बार सबसे अधिक प्रभावित वो लोग हुए जो पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान में अल्पसंख्यक थे. जिनका ध्यान रखने का समझौता हुआ था. तीनों देशों में अल्पसंख्यक अधिकतर हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, ईसाई, पारसी लोग थे. ये लोग अनेकों पीढ़ियों से वहां रह रहे थे, इन लोगों ने अलग देश की मांग भी नहीं की थी, उन पर ये फैसला थोपा गया था.''
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पीएम मोदी ने कहा, ''उनके साथ अमानवीय बर्ताव हुआ, उनके मंदिरों, गुरुद्वारों, चर्च पर कब्जा किया गया. उनके घरों पर कब्जा किया गया, बहू-बेटियों के साथ दिन दहाड़े अत्याचार हुए. यही स्थिति वहां रहने वाले सिख परिवारों के साथ हुई. ऐसे लाखों साथी पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश से भारत आए. दशकों से वो भारत के अलग-अलग स्थानों पर अनाधिकृत रूप से रह रहे हैं. उनको राजनीति के लिए उपयोग तो किया गया, लेकिन उनको नागरिकता के रूप में सिर्फ वादे मिले. कांग्रेस ने हर चुनाव से पहले ये बयान दिए कि पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान के विस्थापितों को नागरिक अधिकार देंगे. कल आपने देखा फिर पलट गए.''
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रैली में उन्होंने कहा, ''जिस गरीबी, गंदगी और उपेक्षा की स्थिति में वो पाकिस्तान में थे, कांग्रेस की सरकारों ने यहां भी उनके साथ वही बर्ताव किया. 10 साल पहले जब अफगानिस्तान में तालिबान के हमले बढ़े, तो दर्जनों ईसाई परिवार भी किसी तरह अपनी जानकर बचाकर भारत ही आए थे. आज जब ऐसे लाखों गरीब, प्रताड़ित, वंचित, शोषित, दलित परिवारों, सिख परिवारों को, ईसाई परिवारों को, भाजपा ने अपने वादे के अनुसार नागरिकता देने का कानून बनाया तो कांग्रेस और उसके साथी, उसका भी विरोध कर रहे हैं.''
पीएम मोदी ने कहा, ''देवघर में AIIMS की मांग कबसे हो रही थी। इस मांग को भी पूरा किया भाजपा सरकार ने. झारखंड में मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने की मांग कबसे थी, लेकिन इस पर काम किया भाजपा सरकार ने.''