प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मन की बात' में रविवार को मिल्खा सिंह को याद किया और ओलंपिक खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाया. इसके साथ ही देशवासियों को आगाह किया कि वे यह समझने की भूल ना करें कि कोरोना वायरस वैश्विक महामारी खत्म हो गई है. उन्होंने कहा कि यह वायरस अपना स्वरूप बदलता है, इसलिए इससे बचाव के लिए कोरोना वायरस संबंधी सभी प्रोटोकॉल का पालन करना और टीका लगवाना ही उपाय है.
प्रधानमंत्री ने ‘मन की बात' की 78वीं कड़ी में लोगों के साथ अपने विचार साझा करते हुए टीकों को लेकर लोगों की आशंका दूर करने की कोशिश की और उनसे भ्रम में ना पड़ने एवं अफवाहों पर ध्यान ना देने की अपील की. इस दौरान, उन्होंने अपना और अपनी मां का जिक्र भी किया. उन्होनें कहा, ‘‘मैंने दोनों खुराक ली हैं. मेरी माताजी लगभग 100 साल की हैं. उन्होंने भी दोनों खुराक ले ली हैं, इसलिए टीकों को लेकर किसी भी प्रकार की अफवाह पर ध्यान नहीं दें."
प्रधानमंत्री ने कहा कि मिल्खा सिंह जैसे legendary athlete को कौन भूल सकता है. कुछ दिन पहले ही कोरोना ने उन्हें हमसे छीन लिया. "वो खेल को लेकर इतना समर्पित और भावुक थे कि बीमारी में भी उन्होंने तुरंत ही इसके लिए हामी भर दी लेकिन, दुर्भाग्य से नियति को कुछ और मंजूर था. जब वे अस्पताल में थे, तो मुझे उनसे बात करने का अवसर मिला था. बात करते हुए मैंने उनसे आग्रह किया था." मैंने कहा था कि आपने तो 1964 में टोक्यो ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया था, इसलिए इस बार, जब हमारे खिलाड़ी, ओलंपिक के लिए टोक्यो जा रहे हैं, तो आपको हमारे एथलिट्स का मनोबल बढ़ाना है, उन्हें अपने संदेश से प्रेरित करना है."