ऑपरेशन सिंदूर भारत का वह टिक-टिक करता बम है जो...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन की दो लाइनों पर गौर कीजिए. आतंक पर प्रहार अब न्यू नॉर्मल है और दूसरी कोई भी न्यूक्लियर ब्लैकमेल भारत नहीं सहेगा. यह नए भारत की नई युद्ध नीति है. यह दुनिया को संदेश है कि हमें शांति से जीने दीजिए, नहीं तो तारीख और वक्त हम तय करेंगे. संयोग देखिए कि दिन बुद्ध पूर्णिमा का होता है. उस बुद्ध पूर्णिमा का जिस पर 1974 में पोकरण में बुद्ध मुस्कुराए थे. भारत ने परमाणु ताकत हासिल की थी. युद्ध में शांति के लिए नई लकीर खींची गई थी.
2025 की बुद्ध पूर्णिमा पर पीएम मोदी ने दुनिया के सामने पाकिस्तान के लिए रेडलाइन खींच दी है. PM मोदी की अब तक सबसे पावरफुल मानी जा रही स्पीच में संदेश सिर्फ आतंकियों, उनके आकाओं और पाकिस्तान के लिए ही नहीं था, दुनिया को भी भारत की तरफ से साफ ऐलान था. संदेश भारतीय जवानों के शौर्य का श्रेय लूटने की जुगत में लगे अमेरिका के लिए भी था कि जख्म हमें मिला है, तो इलाज भी हम ही करेंगे. हमें अमेरिकी या किसी दूसरे मुल्क का डॉक्टर नहीं चाहिए.

यह नया भारत है. आतंकी हमले के सबूत लेकर इंसाफ के लिए उधर-उधर भटकने का वक्त अब गया. भारत तत्काल इलाज करेगा. जख्म को नासूर नहीं बनने दिया जाएगा. ऑपरेशन सिंदूर शुरू होते वक्त जरा सेना की ब्रीफिंग में दिखाए गए उस वीडियो को याद कीजिए. 2001 से लेकर पहलगाम अटैक तक के सारे जख्म के बाद पिक्चर NO MORE पर खत्म हुई थी. मोदी के भाषण का निचोड़ वही NO MORE है.

ऑपरेशन सिंदूर के बाद पीएम मोदी के राष्ट्र के नाम 22 मिनट के संबोधन की एक एक लाइन ध्यान से पढ़ी-देखी जानी चाहिए. वह भारत की पराक्रमी सेना के साथ खुफिया एजेंसियों और वैज्ञानिकों को सैल्यूट से बात शुरू करते हैं और तीन बार भारत माता की जय के साथ अपनी बात खत्म करते हैं. इन 22 मिनट में पाकिस्तान के लिए सबसे खास लाइन है- आतंक पर प्रहार अब न्यू नॉर्मल है. यानी पाकिस्तान अब इसकी आदत डाल ले. ऑपरेशन सिंदूर भारत का वह टिक-टिक करता बम है जो किसी भी आतंकी हरकत पर पाकिस्तान के सीने में जाकर फटेगा.

पीएम मोदी की दूसरी लाइन थी- न्यूक्लियर ब्लैकमेल भारत नहीं सहेगा. न्यूक्लियर ब्लैकमेल की आड़ में पनप रहे आतंकी ठिकानों पर भारत सटीक प्रहार करेगा. यह दुनिया के लिए क्लियर मेसेज है. ट्रंप के लिए भी, जो अपने ट्वीट में पाकिस्तान के भी परमाणु संपन्न मुल्क होने की बात कह रहे थे. दरअसल, भारत का यह नया वॉर डॉक्ट्रिन है. दुनिया के लिए संदेश है कि पाकिस्तान में आतंक की सरपरस्त सरकार और आतंक के आकाओं को अलग अलग करके नहीं देखा जाएगा.
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