नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पराक्रम दिवस के अवसर पर महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 126 वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके योगदान को याद किया. साथ ही उन्होंने शिवसेना के संस्थापक बाला साहेब ठाकरे की जयंती पर उन्हें भी श्रद्धांजलि दी. सरकार ने साल 2021 में नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जन्मदिन 23 जनवरी को पराक्रम दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी. आज पीएम मोदी अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में उन्हें समर्पित स्मारक के एक मॉडल का वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए उद्घाटन करेंगे. प्रस्तावित स्मारक रॉस द्वीप में स्थापित किया जाएगा, जिसका नाम 2018 में नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वीप रखा गया था.
पीएम मोदी ने एक ट्वीट में कहा, "आज पराक्रम दिवस पर मैं नेताजी सुभाष चंद्र बोस को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और भारत के इतिहास में उनके अद्वितीय योगदान को याद करता हूं. औपनिवेशिक शासन का कड़ा विरोध करने के लिए उन्हें याद किया जाएगा. उनके विचारों से प्रभावित होकर, हम भारत के लिए उनके दृष्टिकोण को साकार करने के लिए काम कर रहे हैं." पराक्रम दिवस पर प्रधानमंत्री मोदी अण्डमान और निकोबार द्वीप समूह के 21 सबसे बड़े द्वीपों का नामकरण परमवीर चक्र विजेताओं के नाम पर करेंगे.
Today, on Parakram Diwas, I pay homage to Netaji Subhas Chandra Bose and recall his unparalleled contribution to India's history. He will be remembered for his fierce resistance to colonial rule. Deeply influenced by his thoughts, we are working to realise his vision for India.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 23, 2023
वहीं बाला साहेब ठाकरे के बारे में पीएम मोदी ने ट्वीट किया, "बाला साहेब ठाकरे को उनकी जयंती पर याद कर रहा हूं. मैं हमेशा उनके साथ अपनी यादों को संजोकर रखूंगा. समृद्ध ज्ञान और हाजिरजवाबी के मामले में वह धनी थे. उन्होंने अपना जीवन लोक कल्याण के लिए समर्पित कर दिया." बाला साहेब ठाकरे का जन्म 23 जनवरी 1926 को हुआ था. उन्होंने 1966 में शिवसेना की स्थापना की थी. बाला साहेब की मृत्यु के बाद उनके पुत्र उद्धव ठाकरे पार्टी की कमान संभाल रहे हैं.
आज पराक्रम दिवस पर मां भारती की वीर संतानों के सम्मान में एक विशेष कार्यक्रम होगा. इसमें आज पीएम मोदी अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में उन्हें समर्पित स्मारक के एक मॉडल का वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए उद्घाटन करेंगे. इस दौरान अंडमान-निकोबार के 21 सबसे बड़े अनाम द्वीपों का नामकरण 21 परमवीर चक्र विजेताओं के नाम पर किया जाएगा. एक अधिकारी ने बताया कि इसमें एक संग्रहालय, एक केबल कार रोपवे, एक लेज़र-एंड-साउंड शो, विरासत से जुड़ी कुछ ऐतिहासिक इमारतें प्रदर्शित की जाएंगी और बच्चों के लिए एक थीम-आधारित पार्क होगा.
बता दें कि नेताजी की जयंती के उपलक्ष्य में 23 जनवरी का दिन ‘पराक्रम दिवस' के रूप में मनाया जाता है. अधिकारी ने कहा, "केंद्र सरकार ने परमवीर चक्र विजेताओं को सम्मानित करने के लिए यह पहल की है। 21 द्वीपों में से 16 उत्तर और मध्य अंडमान जिले में और पांच दक्षिण अंडमान में स्थित हैं." इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 126वीं जयंती के अवसर पर अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह में तिरंगा फहराएंगे. शाह अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के दो दिवसीय दौरे पर रविवार देर रात पोर्ट ब्लेयर पहुंचे थे. अधिकारियों ने बताया कि नेताजी ने 30 दिसंबर 1943 को यहां जिमखाना मैदान में राष्ट्रीय ध्वज फहराया था और शाह आज उसी स्थान पर झंडा फहराएंगे। इस मैदान का नाम अब ‘नेताजी स्टेडियम' है. शाह के सेलुलर जेल का दौरा करने की भी संभावना है, जहां भारत की आजादी की लड़ाई के दौरान कई स्वतंत्रता सेनानियों को रखा गया था.
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