पर्यावरणविद कुंवर दामोदर सिंह राठौर की फाइल फोटो
देहरादून:
पिथौरागढ़ के डीडीहाट तहसील के शान्तिवन में रहने वाले पर्यावरणविद कुंवर दामोदर सिंह राठौर (91) का निधन हो गया। उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी पौधों को लगाने में लगा दी। इनके द्वारा करीब 125 प्रजाति के आठ करोड़ पौधे लगाये गये थे। पर्यावरण संरक्षण को लेकर सराहनीय काम करने वाले कुंवर दामोदर सिंह राठौर को वर्ष 2000 में राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ने इंदिरा प्रियदर्शिनी वृक्ष मित्र पुरस्कार से नवाजा था। उन्होंने बुधवार को सुबह तकरीबन साढ़े आठ बजे पिथौरागढ़ के जिला अस्पताल में अंतिम सांस ली।
वह पिछले 25 दिनों से अस्पताल में भर्ती थे। उनके अंतिम वक्त भी सिरहाने पौधे ही थे। मई के महीने में खुद जंगल को आग से बचाने की कोशिश में अस्पताल पहुंचे राठौर का कहना था कि वनों को आग से बुझाने के लिए ठोस कार्ययोजना बनाकर काम करने की जरूरत है। वे मार्मिक अंदाज में कहते थे कि जंगलों को बचाएंगे तभी हम और आप बचेंगे।
वह पिछले 25 दिनों से अस्पताल में भर्ती थे। उनके अंतिम वक्त भी सिरहाने पौधे ही थे। मई के महीने में खुद जंगल को आग से बचाने की कोशिश में अस्पताल पहुंचे राठौर का कहना था कि वनों को आग से बुझाने के लिए ठोस कार्ययोजना बनाकर काम करने की जरूरत है। वे मार्मिक अंदाज में कहते थे कि जंगलों को बचाएंगे तभी हम और आप बचेंगे।
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