Phulera Election Results 2023: जानें, फुलेरा (राजस्थान) विधानसभा क्षेत्र को

फुलेरा विधानसभा सीट पर साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कुल 239951 वोटर मौजूद थे, जिनमें से 73530 ने भाजपा उम्मीदवार निर्मल कुमावत को वोट देकर जिताया था, जबकि 72398 वोट पा सके कांग्रेस प्रत्याशी विद्याधर सिंह 1132 वोटों से चुनाव हार गए थे.

Phulera Election Results 2023: जानें, फुलेरा (राजस्थान) विधानसभा क्षेत्र को

Assembly Elections 2023 के अंतर्गत राजस्थान में 25 नवंबर को एक ही चरण में मतदान होगा, और चुनाव परिणाम (Election Results) 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे.

उत्तर भारत के अहम राज्यों में शुमार होने वाले राजस्थान (Rajasthan Assembly Elections 2023) राज्य के पूर्व क्षेत्र में मौजूद है जयपुर जिला, जहां बसा है फुलेरा विधानसभा क्षेत्र, जो अनारक्षित है. वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में, यानी पिछले विधानसभा चुनाव में इस विधानसभा सीट पर कुल 239951 मतदाता थे, और उन्होंने भाजपा उम्मीदवार निर्मल कुमावत को 73530 वोट देकर विजयश्री प्रदान की थी, और विधायक बना दिया था, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार विद्याधर सिंह को 72398 मतदाताओं का भरोसा हासिल हो पाया था, और वह 1132 वोटों से चुनाव हार गए थे.

इससे पहले, साल 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में फुलेरा विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार निर्मल कुमावत ने जीत हासिल की थी, और उन्हें 84722 मतदाताओं का समर्थन मिला था. विधानसभा चुनाव 2013 के दौरान इस सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार बजरंग को 60425 वोट मिल पाए थे, और वह 24297 वोटों के अंतर से दूसरे पायदान पर रह गए थे.

इसी तरह, विधानसभा चुनाव 2008 में फुलेरा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार निर्मल कुमावत को कुल 59140 वोट हासिल हुए थे, और वह विधानसभा पहुंचे थे, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी हरि सिंह दूसरे पायदान पर रह गए थे, क्योंकि उन्हें 56430 वोटरों का ही समर्थन मिल पाया था, और वह 2710 वोटों से चुनाव में पिछड़ गए थे.

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वैसे, गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव 2018, यानी पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को राजस्थान में कामयाबी मिली थी, और भारतीय जनता पार्टी (BJP) पिछड़ गई थी. कांग्रेस के वरिष्ठतम नेताओं में शुमार होने वाले अशोक गहलोत को एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी, और इस समय वह एन्टी-इन्कम्बेन्सी की लहर के बावजूद अपनी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के बूते लगातार दूसरा कार्यकाल हासिल होने की उम्मीद कर रहे हैं. दूसरी ओर, BJP भी गहलोत सरकार के भ्रष्टाचार और लगातार बढ़ते अपराधों के मुद्दों को लेकर ज़ोर-शोर से प्रचार अभियान में जुटी है, और उसे भी पूरी उम्मीद है कि राजस्थान की जनता द्वारा हर पांच साल में सत्ता बदलने की परिपाटी जारी रहेगी, और इस बार उन्हें कामयाबी ज़रूर हासिल होगी.