कांग्रेस नेता राहुल गांधी अब लोकसभा सदस्य नहीं रहे. केरल के वायनाड संसदीय सीट से सांसद राहुल गांधी को अयोग्य करार दे दिया गया है. इस संबंध में प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि भगवान के घर देर है, अंधेर नहीं. राहुल गांधी कहते थे कि दुर्भाग्य से मैं एक सांसद हूं. ऐसे में जो उन्हें दुर्भाग्य लगता था, आज उन्हें उससे भी मुक्ति मिल गई. उनके साथ-साथ वायनाड के लोगों को भी इससे छुटकारा मिल पाया.
केंद्रीय मंत्री ने कहा, " इतने लंबे समय से वे लोकसभा के सदस्य थे. इस दरम्यान वो अमेठी के लोगों के लिए एक सवाल नहीं पूछ पाए और इनते वर्षों में उनका मात्र 21 डिबेट में भाग लेना ये दिखाता है कि केवल वर्ष ही बढ़ रहे हैं. एक भी प्राइवेट ऑर्डिनेंस बिल लाना तो दूर अपनी सरकार के दरम्यान 2013 में उन्होंने ऑर्डिनेंस बिल को बीच चौराहे पर फाड़ दिया और उसे नॉनसेंस कहा. वे सदा अपने आप को संसद से ऊपर, सदन से ऊपर, सरकारों से ऊपर, देश से ऊपर और न्याय व्यवस्था से ऊपर समझते हैं.
गौरतलब हैं कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य करार दिए जाने के बाद शुक्रवार को केरल की वायनाड संसदीय सीट को रिक्त घोषित कर दिया गया. अयोग्य ठहराये जाने की अधिसूचना के बाद लोकसभा की वेबसाइट पर सत्रहवीं लोकसभा के लिए सांसदों की सूची में वायनाड सीट को खाली दर्शाया गया है। इस सीट से राहुल गांधी निर्वाचित हुए थे.
लोकसभा सचिवालय की अधिसूचना के अनुसार, केरल की वायनाड संसदीय सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे राहुल गांधी को सूरत की एक अदालत द्वारा वर्ष 2019 के मानहानि के एक मामले में सजा सुनाये जाने के मद्देनजर शुक्रवार को लोकसभा की सदस्यता के लिए अयोग्य ठहराया गया। मानहानि के मामले में अदालत ने राहुल गांधी को दो वर्ष के कारावास की सजा सुनाई है. लोकसभा की वेबसाइट में वायनाड के अलावा जालंधर और लक्षद्वीप सीट को भी रिक्त दर्शाया गया है.
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