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This Article is From Oct 02, 2020

भारत के सुपर हरक्यूलिस फ्लीट के लिए नौ करोड़ डॉलर के पुर्ज़ों की बिक्री को पेंटागन की मंज़ूरी

भारत के C-130J सुपर हरक्युलस कार्गो एयरक्राफ्ट के बेड़े के लिए कलपुर्जे, उपकरण और लॉजिस्टिकल सहयोग की 90 मिलियन यूएस डॉलर में डील को लेकर पेंटागन राजी हो गया है.

भारत के सुपर हरक्यूलिस फ्लीट के लिए नौ करोड़ डॉलर के पुर्ज़ों की बिक्री को पेंटागन की मंज़ूरी
सुपर हरक्युलस बेड़े के लिए भारत ने कलपुर्जे, उपरकण और लॉजिस्टिक सपोर्ट मांगा है.
वॉशिंगटन:

भारत के C-130J सुपर हरक्युलस कार्गो एयरक्राफ्ट के बेड़े के लिए कलपुर्जे, उपकरण और लॉजिस्टिकल सहयोग की 90 मिलियन यूएस डॉलर में डील को लेकर पेंटागन राजी हो गया है. कांग्रेस को दिए अपने नॉटिफिकेशन में Defence Security Cooperation Agency ने कहा कि प्रस्तावित डील के तहत एक मुख्य रक्षा सहयोगी की सुरक्षा में सहयोग से भारत-अमेरिका के रणनीतिक रिश्तों में मजबूती आएगी और अमरिकी विदेश नीति और उसकी राष्ट्रीय सुरक्षा को सहायता मिलेगी.

भारत ने जिन सामानों का ऑर्डर दिया है, उनमें एयरक्राफ्ट के लिए उपयोग किए जा सकने वाले पार्ट्स, रिपेयर और रिटर्न पार्ट्स, ग्राउंड सपोर्ट और उपकरण, Cartridge Actuated Devices/Propellant Actuated Devices (CAD/PAD) अग्निशामक कार्टरिज, फ्लेयर कार्टरिज: BBU-35/B cartridge impulse squibs शामिल हैं.

भारत ने एक स्पेयर AN/ALR-56M एडवांस्ड रडार वॉर्निंग रिसीवर शिपसेट; स्पेयर AN/ALE-47 काउंटरमेज़र डिस्पेंसर सिस्टम शिपसेट; 10 हल्के नाइटविज़न बाइनाक्युलर यानी दूरबीन; 10 AN/AVS-9 नाइट विज़न गॉगल (NVG)(F4949); GPS और Electronic Warfare के लिए भी ऑर्डर दिया है. 

भारत ने लैब इक्विपमेंट सपोर्ट और औजार, जॉइंट मिशन प्लानिंग सिस्टम; क्रिप्टोग्राफिक डिवाइस स्पेयर्स और लोडर्स, सॉफ्टवेयर सपोर्ट, पब्लिकेशन और टेक्निकल डॉक्यूमेंटेशन; कर्मियों की भर्ती और प्रशिक्षण के उपकरण, कॉन्ट्रैक्टर इंजीनियरिंग, तकनीकी और लॉजिस्टिकल सहायता और प्रोग्राम सपोर्ट से जुड़े दूसरी चीजों के लिए भी ऑर्डर दिया है. 

नॉटिफिकेशन के मुताबिक, इस प्रस्तावित डील में यह सुनिश्चित किया गया है कि पहले के खरीदे गए एयरक्राफ्ट भारतीय वायुसेना, आर्मी और नेवी की परिवहन की जरूरतों, स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय मानवीय सहायता और आपदा की परिस्थितियों में सुचारू तरीके से काम कर रहे हैं. इस डील से भारतीय एयरफोर्स को बड़े मिशन के लिए बेड़ों को तैयार रखने में मदद मिलेगी.

Arms Export Control Act ऐसी बड़ी डील से पहले कांग्रेस में सूचना देनी होती है, अगले 30 दिनों तक इसकी समीक्षा की जाती है. यह डील बड़ी डिफेंस कंपनी Lockheed-Martin के तहत हो रही है. 

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