स्पाइसजेट (SpiceJet) लिमिटेड को लीज पर विमान देने वाली एक दुबई स्थित कंपनी ने भारत के एविऐशन रेगुलेटर से एयरलाइन के तीन विमानों का पंजीकरण रद्द करने के लिए कहा है. बता दें कि स्पाइसजेट उच्च लागत और रखरखाव की चुनौतियों से जूझ रही है. संयुक्त अरब अमीरात की एयरोनोटिक्स फर्म AWAS ने यह साफ नहीं किया है कि उसने भारत के एविएशन रेगुलेटर द्वारा शुक्रवार को प्रकाशित अधिसूचना में तीन बोइंग 737 का पंजीकरण रद्द करने की मांग क्यों की.
स्पाइसजेट ने रॉयटर्स को बताया कि वह आधुनिकीकरण योजना के तहत इन तीनों विमानों सहित पुराने विमानों को चरणबद्ध तरीके से लौटा रही है.
कंपनी के एक प्रवक्ता ने ईमेल से कहा, "वापसी की योजना बनाई गई है और इसका हमारे संचालन पर कोई असर नहीं पड़ेगा." बयान में कहा गया है कि स्पाइसजेट ने पिछले साल 12 पुराने बोइंग विमान लीज पर देने वालों को लौटाए हैं.
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने बुधवार को स्पाइसजेट को तकनीकी समस्याओं के कारण सुरक्षा संबंधी चिंताओं के बाद आठ सप्ताह के लिए अपनी आधी उड़ानें रोकने का आदेश दिया था.
लीज पर विमान देने वाली कंपनियां आमतौर पर डी-रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन उस वक्त करती हैं, जब लीज एग्रीमेंट को लीज रेंटल का भुगतान न करने सहित अन्य कारणों से समाप्त कर दिया जाता है.
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