पंकजा मुंडे की फाइल फोटो
मुंबई:
चिक्की खरीद में कथित भ्रष्टाचार के आरोप झेल रही महाराष्ट्र की महिला एवं बालकल्याण विभाग की मंत्री पंकजा मुंडे ने बुधवार को जवाबी हमला बोल दिया।
विपक्षी आरोपों के दौरान लंदन में रही पंकजा मंगलवार सुबह तड़के मुम्बई पहुंची। जिसके बाद पूरे दो दिन उन्होंने खुद पर लगे आरोपों का बचाव तैयार किया और बुधवार को डेढ़ घंटे तक मुम्बई में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में संवाददाताओं के सवालों का जवाब दिया।
अपने बचाव में पेश किए हर सबूत के कागज़ को स्पष्ट रूप से दिखाने के लिए पंकजा ने स्टेजपर एक बड़ा सा स्क्रीन लगाया था। इस के सहारे मैडम मंत्री ने सवाल उठाया कि, जिस फैसले को लेकर उन्हें सबसे ज्यादा घेरा गया, ठीक वैसे ही फैसले कांग्रेसी सरकार के कार्यकाल में हुए थे। फिर उनके फैसले सही और मेरे फैसले स्कैम कैसे हो गए?
महाराष्ट्र कांग्रेस ने मुंडे पर आरोप लगाया है कि, पंकजा ने अपने अधीन विभाग के लिए बिना ई टेंडरिंग 206 करोड़ रुपए का सामान खरीदने के आदेश दिए। जिसके जवाब में पंकजा ने कहा कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान इसी तरह से 408 करोड़ रुपए की खरीद हो चुकी है।
अपने पर लगे हर आरोप का तफसीलवार खुलासा करते हुए पंकजा ने बताया कि इस पूरे प्रकरण में मुख्यमंत्री द्वारा उनसे खुलासा मांगा गया था। जिसका जवाब वह बहुत पहले ही दे चुकी हैं। मुंडे का कहना है कि 20 मई 2015 को इस मामले की सबसे पहली शिकायत महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस को राज्य विधान परिषद के नेता विपक्ष द्वारा की गई थी।
और इसी शिकायत के बाद मीडिया को इस कथित भ्रष्टाचार की सूचना लीक की गई। बता दें कि राज्य विधान परिषद के नेता विपक्ष के पद पर पंकजा के चचेरे भाई धनंजय मुंडे आसीन हैं। जाते जाते पंकजा ने यह भी कहा कि वे किसी भी जांच के लिए तैयार हैं और अगर दोषी साबित होती हैं तो पार्टी के कहने पर वह अपना पद छोड़ देंगी।
विपक्षी आरोपों के दौरान लंदन में रही पंकजा मंगलवार सुबह तड़के मुम्बई पहुंची। जिसके बाद पूरे दो दिन उन्होंने खुद पर लगे आरोपों का बचाव तैयार किया और बुधवार को डेढ़ घंटे तक मुम्बई में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में संवाददाताओं के सवालों का जवाब दिया।
अपने बचाव में पेश किए हर सबूत के कागज़ को स्पष्ट रूप से दिखाने के लिए पंकजा ने स्टेजपर एक बड़ा सा स्क्रीन लगाया था। इस के सहारे मैडम मंत्री ने सवाल उठाया कि, जिस फैसले को लेकर उन्हें सबसे ज्यादा घेरा गया, ठीक वैसे ही फैसले कांग्रेसी सरकार के कार्यकाल में हुए थे। फिर उनके फैसले सही और मेरे फैसले स्कैम कैसे हो गए?
महाराष्ट्र कांग्रेस ने मुंडे पर आरोप लगाया है कि, पंकजा ने अपने अधीन विभाग के लिए बिना ई टेंडरिंग 206 करोड़ रुपए का सामान खरीदने के आदेश दिए। जिसके जवाब में पंकजा ने कहा कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान इसी तरह से 408 करोड़ रुपए की खरीद हो चुकी है।
अपने पर लगे हर आरोप का तफसीलवार खुलासा करते हुए पंकजा ने बताया कि इस पूरे प्रकरण में मुख्यमंत्री द्वारा उनसे खुलासा मांगा गया था। जिसका जवाब वह बहुत पहले ही दे चुकी हैं। मुंडे का कहना है कि 20 मई 2015 को इस मामले की सबसे पहली शिकायत महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस को राज्य विधान परिषद के नेता विपक्ष द्वारा की गई थी।
और इसी शिकायत के बाद मीडिया को इस कथित भ्रष्टाचार की सूचना लीक की गई। बता दें कि राज्य विधान परिषद के नेता विपक्ष के पद पर पंकजा के चचेरे भाई धनंजय मुंडे आसीन हैं। जाते जाते पंकजा ने यह भी कहा कि वे किसी भी जांच के लिए तैयार हैं और अगर दोषी साबित होती हैं तो पार्टी के कहने पर वह अपना पद छोड़ देंगी।
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