
पाकिस्तान के हैकर्स लगातार भारत की कई वेबसाइट पर साइबर हमले कर रहे हैं. पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित हैकर समूहों जैसे कि "साइबर ग्रुप HOAX1337" और "नेशनल साइबर क्रू" ने कल कुछ वेबसाइटों में सेंध लगाने का प्रयास किया था. जिसे असफल कर दिया गया. इन हैकिंग प्रयासों की साइबर सुरक्षा एजेंसियों द्वारा तुरंत पहचान की गई और उन्हें निष्प्रभावी कर दिया गया. जानकारी के अनुसार आर्मी पब्लिक स्कूल नगरोटा और सुंजवान की वेबसाइटों को निशाना बनाया गया और हाल ही में पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों का मजाक उड़ाने वाले संदेशों के साथ उन्हें विकृत करने का प्रयास किया गया.
आर्मी इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट की वेबसाइट और भारतीय वायुसेना से जुड़े लोगों की वेबसाइट को हैक करना, डिजिटल युद्धक्षेत्र में तनाव भड़काने की पाकिस्तान की साजिश का पर्दाफाश करता है.
23 अप्रैल के बाद किए गए करीब 10 लाख साइबर हमले
बता दें जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत अब एक नए मोर्चे पर हमले का सामना कर रहा है, जिसे "साइबर वॉर फेयर" का नाम दिया जा रहा है. महाराष्ट्र साइबर सेल द्वारा तैयार की गई एक विस्तृत रिपोर्ट 'इकोज ऑफ पहलगाम' में खुलासा हुआ है कि 23 अप्रैल के बाद से देश पर करीब 10 लाख साइबर हमले हो चुके हैं. ये हमले न केवल डिजिटल सुरक्षा को चुनौती दे रहे हैं, बल्कि देश के क्रिटिकल इंफ्रास्ट्रक्चर को भी खतरे में डाल रहे हैं.
महाराष्ट्र साइबर सेल के प्रमुख यशस्वी यादव ने बताया, "पहलगाम हमले के बाद साइबर हमलों में अभूतपूर्व वृद्धि देखी गई है. यह कोई सामान्य डिजिटल हमला नहीं, बल्कि एक सुनियोजित साइबर युद्ध है, जिसका मकसद भारत की डिजिटल और राष्ट्रीय सुरक्षा को कमजोर करना है."
रिपोर्ट के अनुसार, ये हमले मुख्य रूप से पाकिस्तान, मध्य पूर्व, मोरक्को और इंडोनेशिया से संचालित हो रहे हैं. इन हमलों के पीछे स्वयं को इस्लामिक ग्रुप्स बताने वाले साइबर संगठन सक्रिय हैं, जिनमें पाकिस्तान का टीम इन्सैन पीके सबसे प्रमुख है. यह एक एडवांस्ड परसिस्टेंट थ्रेट (एपीटी) क्या है. ग्रुप है, जिसने आर्मी कॉलेज ऑफ नर्सिंग, सैनिक वेलफेयर और कई आर्मी पब्लिक स्कूलों की वेबसाइट्स को निशाना बनाया है.
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