ग्रेटर नोएडा के एक कॉलोनी के निवासियों ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक चिट्ठी लिखकर अपने कॉलोनी का नाम बदलने की गुहार लगाई है. दरअसल, ग्रेटर नोएडा में इस कॉलोनी का नाम 'पाकिस्तान वाली गली' है. लोगों ने इसी नाम को बदलने की गुहार लगाई है. इस कॉलोनी के लोगों का कहना है कि इस नाम की वजह से उन्हें सरकार की तरफ से मिलने वाली सुविधाओं से वंचित होना पड़ता है.
बंटवारे के दौरान इस कॉलोनी में पाकिस्तान से कुछ लोग आकर बस गए थे, जिसके बाद इस कॉलोनी का नाम 'पाकिस्तान वाली गली' पड़ गई थी. यहां के निवासियों का कहना है कि उनके पूर्वज पाकिस्तान से आकर बस गए थे इसमें उनकी कोई गलती नहीं है. लोगों ने कहा, "हम भारतीय हैं. बहुत पहले हमारे पूर्वजों में से सिर्फ 4 लोग ही पाकिस्तान से आकर यहां बसे थे. लेकिन फिर भी हमारे आधार कार्ड पर 'पाकिस्तान वाली गली' लिखा गया है. हम इस देश का हिस्सा हैं फिर क्यों हमें पाकिस्तान के नाम पर अलग किया जा रहा है."
यहां के निवासियों का कहना है कि हम रोजगार चाहते हैं जिससे अपने बच्चों को शिक्षा दिला सकें. यहां रहने वाले भूपेश कुमार ने कहा, "आधार कार्ड दिखाने के बाद हमें नौकरी नहीं मिलती. हमने अपने बच्चों की शिक्षा पर बहुत पैसे खर्च किए हैं, लेकिन फिर भी उनको नौकरी नहीं मिलती. इस कारण से हम काफी परेशान हैं. हम पीएम नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस कॉलोनी का नाम बदलने और रोजगार की मांग कर रहे हैं.
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दूसरे निवासी ने कहा, "लोग हमसे बहुत बुरा व्यवहार करते हैं जैसे कि हम दूसरे देश के हों. यह सब 'पाकिस्तान वाली गली' के नाम के कारण हो रहा है. हमें उम्मीद है कि पीएम मोदी तक हमारी गुहार पहुंची तो वो इस मामले पर एक्शन जरूर लेंगे. इस कॉलोनी में 60-70 घर ऐसे हैं जो चाहते हैं कि सरकार इस कॉलोनी का नाम में बदलाव करें.
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