राजस्थान पुलिस ने कहा कि एक पाकिस्तानी नागरिक को गिरफ्तार किया गया है, जो कि कथित तौर पर भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा की हत्या के लिए सीमा पार से भारत आया है. पुलिस ने बताया कि वह पाकिस्तान स्थित संगठन तहरीक-ए-लब्बैक से प्रभावित है. एस सेंगथिर, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (खुफिया), राजस्थान ने बताया, 'पाकिस्तानी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक ने नूपुर शर्मा को मारने की योजना बनाई है. रिज़वान जो एक पाकिस्तानी आतंकवादी है, वह भी तहरीक-ए-लब्बैक से प्रभावित है.'
अधिकारी ने बताया, 'आईबी, सीआईडी, सीमा सुरक्षा बल, भारतीय सेना और स्थानीय पुलिस सहित कई एजेंसियां अब रिजवान से पूछताछ कर रही हैं. यह वही संगठन है जिसने पिछले साल पाकिस्तान में इमरान खान सरकार को घेरने का काम किया था और पाकिस्तान में कई लोगों को मार डाला था.'
"उनकी जिंदगी, आजादी की रक्षा करने की जरूरत है": नूपुर शर्मा को राहत देते हुए सुप्रीम कोर्ट
भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा की कथित तौर पर हत्या करने के लिए अंतरराष्ट्रीय सीमा के रास्ते भारत आए एक पाकिस्तानी नागरिक को राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में गिरफ्तार किया गया है. खुफिया ब्यूरो (आईबी) और अन्य खुफिया एजेंसियों की एक संयुक्त टीम गिरफ्तार पाकिस्तानी नागरिक से पूछताछ कर रही हैं.
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एक संदिग्ध को 16 जुलाई को रात करीब 11 बजे हिंदूमलकोट सीमा चौकी के पास से पकड़ा गया था. गश्त कर रही टीम को वह संदिग्ध हालत में मिला. उसे तुरंत हिरासत में लिया गया और उसकी तलाशी ली गई.
उन्होंने कहा, "हमें उसके कब्जे से बैग में 11 इंच लंबा चाकू, धार्मिक किताबें, कपड़े, भोजन और रेत मिला है. उसने खुद को पाकिस्तान के उत्तरी पंजाब में स्थित मंडी बहाउद्दीन शहर का रहने वाले रिजवान अशरफ बताया.'
नुपुर शर्मा की जीभ काटने पर 2 करोड़ रुपये इनाम देने की घोषणा करने का आरोपी गिरफ्तार
संदिग्ध ने शुरुआती जांच के दौरान बताया कि उसने पैगंबर पर विवादास्पद टिप्पणी को लेकर नूपुर शर्मा को मारने के लिए सीमा पार की है. उसने अपनी योजना को अंजाम देने से पहले अजमेर दरगाह जाने की योजना बनाई थी.
अधिकारी ने बताया, 'हमने उसे आगे की जांच के लिए स्थानीय पुलिस को सौंप दिया. उसे एक मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया जहां से उसे आठ दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया. हमने उसके बारे में संबंधित खुफिया एजेंसियों को सूचित कर दिया है.'
आईबी, रॉ और मिलिट्री इंटेलिजेंस की संयुक्त टीम भी उससे पूछताछ कर रही है.
पहले उदयपुर और अब अमरावती, क्या बड़ी साजिश का हिस्सा है ये हिंसा?
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं